मोबाइल फोन में खराबी को लेकर सेविकाओं ने खड़े किए हाथ
ग्वालपाड़ा में सेविकाओं ने खराब मोबाइल फोन के कारण एफआरएस पद्धति से टीएचआर वितरण में समस्या का सामना करते हुए परियोजना कार्यालय में फोन जमा करने का निर्णय लिया। विभाग द्वारा पुराने फोन की मरम्मत की...

मोबाइल फोन में खराबी को लेकर सेविकाओं ने खड़े किए हाथ विभाग द्वारा वर्षों पूर्व दिया गया मोबाइल फोन हो चुका है खराब
मोबाइल खराब रहने से एफआरएस पद्धति से टीएचआर वितरण नामुमकिन
ग्वालपाड़ा, निज प्रतिनिधि।
एफआरएस पद्धति से टीएचआर वितरण के लिए सख्ती से खिन्न सेविकाओं ने गुरुवार को परियोजना कार्यालय में मोबाइल फोन जमा करने का निर्णय ले लिया। इस दौरान विभागीय आदेश का प्रतिकार करते हुए सीडीपीओ को एक आवेदन सौंप कर मोबाइल फोन जमा लेने का आग्रह किया। लेकिन सीडीपीओ ने फोन जमा लेने से इनकार कर दिया। मौके पर बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के प्रखंड ईकाई की अध्यक्ष नूतन कुमारी ने कहा कि पूर्व में आंगनबाड़ी केंद्रों को हाइटेक करने के नाम पर सेविकाओं को एंड्रॉयड फोन मुहैया कराया गया था। शुरू में कुछ दिनों तक फोन सही से काम किया। लेकिन चंद महीनों बाद ही उसमें तकनीकी खराबी आने लगी। विभाग द्वारा मुहैया कराया गया फोन वर्षों पूर्व खराब हो चुका है। अधिकारियों को पूर्व में ही इस बात की जानकारी देकर नया फोन उपलब्ध कराने की मांग की गई थी। लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब एफआरएस पद्धति से टीएचआर वितरण के लिए उन पर दबाव डाला जा रहा है। विभाग के तुगलकी फरमान से सेविकाओं को भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। जब तक नया फोन उपलब्ध कराने के साथ ही सेविकाओं को जरूरी प्रशिक्षण नहीं दिया जाता है, तब तक एफआरएस पद्धति से टीएचआर वितरण संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि सेविकाओं की परेशानियों को देखते हुए आदेश पर तत्काल रोक लगाई जाए। चंपा देवी, गुड़िया कुमारी, सिरसा कुमारी सहित दर्जनों सेविका मौके पर मौजूद थे।
फोटो कैप्शन - कार्यालय में फोन जमा करने जाती सेविका
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।