अब शहर में बदलेगी यातायात व्यवस्था
सहरसा में जाम की समस्या को हल करने के लिए ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम लगाया जा रहा है। इससे यातायात व्यवस्था में सुधार होगा और दुर्घटनाओं में कमी आएगी। शहर के दस प्रमुख स्थानों पर सिग्नल सिस्टम की स्थापना...

सहरसा, नगर संवाददाता। नगर निगम क्षेत्र में जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम लगाया जा रहा है। इससे शहर में यातायात व्यवस्था सुचारू होगा। ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम से यातायात दबाव को कम करने में मदद मिलेगी। नए ट्रैफिक सिग्नल और नियम लागू होने से शहर में यातायात की स्थिति में सुधार होगा। यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित होगा। सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।शहरी क्षेत्र में दस जगहों का चयन किया गया है। जहां ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम स्थापित किया जा रहा है। चयनित जगहों में थाना चौक, शंकर चौक, कचहरी चौक, महावीर चौक, तिवारी चौक, प्रशांत चौक, गंगजला चौक, रिफ्यूजी चौक, वीर कुंवर सिंह चौक पर सिग्नल सिस्टम लगाया जा रहा है।
जिसमें रेड लाइट, ग्रीन लाइट और येलो लाइट लगाया जा रहा है।जानकारी हो की सहरसा सहित राज्य के छह नगर निकाय में नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए और नागरिकों के लिए सुरक्षित व सुव्यवस्थित वातावरण तैयार करने के लिए सीसीटीवी कैमरा व ट्रेफिक सिस्टम का अधिष्ठापन पर करीब 494 करोड़ रूपये खर्च होगें और 4.87 करोड़ रुपये लागत योजना को स्वीकृति प्रदान करते कार्यकारी एजेंसी बेलट्रान को नामित किया गया है।आईआईटी रूड़की आईहब दिव्यसम्पर्क को परियोजना लागत का कुल 1.8 प्रतिशत यानी करीब 7.80 करोड़ रूपये पर परियोजना परामर्शी नामित किया गया है।एक नगर निकाय में सीसीटीवी कैमरे व ट्रेफिक सिस्टम अधिष्ठापन पर करीब सौ करोड़ रूपये खर्च होगें। ऑटोमैटिक होगा ट्रैफिक सिस्टम: सिस्टम लागू होने के बाद ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों का ऑटोमैटिक चालान कटना शुरू हो जाएगा। बिना हेलमेट बाइक-स्कूटर चलाने,ट्रिपल लोडिंग, बिना सीट बेल्ट लगाए कार चलाने वाले, बिना नंबर की गाड़ियां जैसे अन्य ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के सीधे घर पर ई-चालान भेजा जाएगा। यातायात पुलिस सीसीटीवी से शहर में जाम की स्थिति पर भी नजर रखेंगे। योजना के तहत ट्रैफिक लाइट, विशेष यातायात उपकरण सहित सीसीटीवी कैमरा लगया जाएगा। ट्रैफिक लाइट व सीसीटीवी के अलावा वैरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले सिस्टम, रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन कैमरा और इमरजेंसी काल बॉक्स सहित साउंड सिस्टम लगाया जाएगा। नंबर प्लेट पहचान,लाल बत्ती के उल्लंघन,बिना हेलमेट वाहन ,ट्रिपल लोडिंग, ज्यादा स्पीड वाले वाहन की सीसीटीवी कैमरा की मदद से पहचान कर ली जाएगी।साथ हीं वाहन मालिक पास शीघ्र ई-चालान चला जाएगा। जाम हटाने में होगी सहूलियत: व्यवस्था लागू होने के बादयातायात संचालन में काफी सहूलियत होगी।उपकरणों की मदद से यातायात नियम तोड़ने वालों लोगों के खिलाफ आटोमेटिक तरीके से कार्रवाई की जा सकेगी। जाम पर नजर रखने में सुविधा होगी।ज्यादा दबाव वाली सड़कों की पहचान के बाद वहां जाम ना लगे।इसके लिए रणनीति बनाने में भी मदद मिलेगी।यातायात व्यवस्था दुरुस्त होगी। सीसीटीवी कैमरे अपराधियों की पहचान में भी मददगार साबित होंगे। अपराध के रोकथाम में पुलिस को मदद मिलेगी। ट्रैफिक दबाव का होगा आकलन: सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अलग- अलग समय में शहर में ट्रैफिक दबाव और गुजरने वाले वाहनों की संख्या के आधार पर ट्रैफिक लोड का आकलन होगा ।आकलन पर रेड लाइट और ग्रीन लाइट के समय में संशोधन का सुझाव दिया जाएगा।कंट्रोल रूम की मदद से जहां- जहां सीसीटीवी लगे हैं वहां का डाटा लेकर देखा जाएगा कि शहर का सबसे व्यस्त चौराहा कौन-सा है।शहर में कितनी गाड़ियां हर रोज गुजर रही है। इसमें दो चक्का वाहन और चार पहिया वाहनों की संख्या कितनी है। ट्रैफिक का दबाव देख रणनीति बनायी जाएगी।
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