1 लाख के पार गोल्ड, शक्ति कपूर ने 35 साल पहले कर दी थी भविष्यवाणी, वीडियो वायरल
- मंगलवार को सोने की कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गईं और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर पहली बार 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा पार कर गया।

Gold rate: सोशल मीडिया के इस दौर में किसी भी वक्त कुछ भी वायरल हो सकता है। इन दिनों करीब 35 साल पुरानी फिल्म का एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह वायरल वीडियो बॉलीवुड एक्टर शक्ति कपूर का है। इस वीडियो में शक्ति कपूर ने सोने की कीमत को लेकर एक दिलचस्प भविष्यवाणी की है। वीडियो में शक्ति कपूर कहते हैं कि हमारे सोने का भाव बढ़ेगा और एक वक्त ऐसा आएगा जब 1 लाख रुपये तोला हो जाएगा। बता दें कि मंगलवार को सोने की कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गईं और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर पहली बार 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा पार कर गया।
किस फिल्म का है वीडियो
यह वीडियो क्लिप 1989 की फिल्म गुरु का है। इसके फिल्म में शक्ति कपूर खलनायक की भूमिका में हैं। वायरल वीडियो क्लिप में उनका किरदार एक नाटकीय तरीके से बोलता है कि हमारे सोने की कीमतें 5000 रुपये, 10000 रुपये, 50000 रुपये और 1 लाख रुपये प्रति तोला (11.66 ग्राम) तक पहुंच जाएगा। इस वीडियो क्लिप को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) यूजर्स मीम की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ यूजर शक्ति कपूर को भविष्यवक्ता बता रहे हैं तो कुछ सोने की कीमतों में बढ़ोतरी पर चिंता जाहिर कर रहे हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
विश्लेषकों ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फेडरल रिजर्व में सुधार की योजना का खुलासा करने के बाद अमेरिकी मौद्रिक नीति को लेकर चिंताओं के कारण सोने में उछाल आया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी के मुताबिक, 1990 में सोने की कीमत 3,200 रुपये प्रति 10 ग्राम थी और अगर 2024 के अंत में कीमत देखें तो यह 77,913 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। उन्होंने कहा कि अगर हम पिछले 34 साल की सालाना वृद्धि रिटर्न की गणना करें, तो यह लगभग 9.80 प्रतिशत होता है, और 2025 की शुरुआत से 21 अप्रैल तक सोने का प्रदर्शन, इसने लगभग 26.20 प्रतिशत रिटर्न दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों में कटौती करने के अपने आह्वान को दोहराते हुए कहा कि अगर फेडरल रिजर्व तुरंत ब्याज दरों में कटौती नहीं करता है तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था धीमी हो सकती है।