लिस्टिंग के साथ ही शेयर बेचने की लगी होड़, पहले ही दिन निवेशकों का तगड़ा नुकसान, ₹102 पर आया भाव
- IPO Listing: बीएसई एसएमई पर शेयर 108.25 रुपये पर लिस्ट हुआ, यह अपने इश्यू प्राइस 135 रुपये से 20% कम था। लिस्टिंग के बाद कंपनी के शेयर में 5% का लोअर सर्किट लग गया और यह 102.85 रुपये के इंट्रा डे लो पर आ गया। यानी पहले ही निवेशकों को करीबन 25% का तगड़ा झटका लगा।

PDP Shipping & Projects IPO Listing: लॉजिस्टिक्स सेक्टर की कंपनी पीडीपी शिपिंग एंड प्रोजेक्ट्स के शेयरों की मंगलवार, 18 मार्च को शेयर बाजार में लिस्ट हो गया। कंपनी के शेयरों की बेहद खराब शुरुआत रही। बीएसई एसएमई पर शेयर 108.25 रुपये पर लिस्ट हुआ, यह अपने इश्यू प्राइस 135 रुपये से 20% कम था। लिस्टिंग के बाद कंपनी के शेयर में 5% का लोअर सर्किट लग गया और यह 102.85 रुपये के इंट्रा डे लो पर आ गया। यानी पहले ही निवेशकों को करीबन 25% का तगड़ा झटका लगा।
10 मार्च को खुला था इश्यू
पीडीपी शिपिंग एंड प्रोजेक्ट्स का एसएमई आईपीओ 10 मार्च से 12 मार्च तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस दौरान 1.01 गुना सब्सक्राइब किया गया। रिटेल निवेशकों का हिस्सा 1.88 गुना बुक हुआ, जबकि गैर-संस्थागत खरीदारों का हिस्सा 0.14 गुना सब्सक्राइब हुआ। पीडीपी शिपिंग आईपीओ 135 रुपये प्रति शेयर का एप्राइस बैंड वाला इश्यू था, जिसमें कंपनी 9.37 लाख शेयरों के नए इश्यू के जरिए 12.65 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही थी। अप्लाई के लिए न्यूनतम लॉट साइज 1,000 था, जिसके लिए रिटेल निवेशकों को इश्यू के एक लॉट की सदस्यता लेने के लिए कम से कम ₹1,35,000 का निवेश करना आवश्यक था। एचएनआई के लिए न्यूनतम लॉट साइज निवेश ₹2,70,000 मूल्य के दो लॉट (2,000 शेयर) थे। सन कैपिटल एडवाइजरी सर्विसेज (पी) लिमिटेड पीडीपी शिपिंग आईपीओ का बुक-रनिंग लीड मैनेजर था, जबकि
केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार था।
कंपनी के बारे में
पीडीपी प्रोजेक्ट्स एंड शिपिंग लॉजिस्टिक्स और परिवहन उद्योग में एक एंड-टू-एंड सॉल्यूशन प्रोवाइडर है, जो लॉजिस्टिक्स उद्योग में समुद्री और हवाई माल परिवहन, कस्टम क्लीयरेंस और वैल्यू एडेड सर्विसेज देता है। कंपनी दुनिया भर में विभिन्न साइज, वजन के कार्गो के परिवहन को भी संभालती है, जो समुद्र, हवा, सड़क, रेल, तटीय जहाजों या मल्टी-मॉडल परिवहन के माध्यम से होते हैं। इसका प्राथमिक फोकस मुख्य रूप से ब्राजील और अन्य देशों जैसे कि अमेरिका, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड आदि से तीसरे पक्ष के नेटवर्क के माध्यम से भारी इंजीनियरिंग मशीनरी, रक्षा उपकरण, ऑटोमोबाइल और बुनियादी ढांचे के उत्पादों में विशेष वस्तुओं के आयात और निर्यात के लिए रसद को संभालने पर रहता है।