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शेयर मार्केट में नुकसान झेल चुके लोग अब FD में लगा रहे पैसा, निवेश में 23 गुना उछाल

  • Share Vs FD: शेयर मार्केट में नुकसान झेल चुके लोग अब एफडी में रकम लगा रहे हैं। आरबीआई की रिपोर्ट से पता चलता है कि लगातार उच्च ब्याज वाली एफडी में निवेश बढ़ रहा है और इसमें 23 गुना तक उछाल आया है।

Drigraj Madheshia हिन्दुस्तान टीमMon, 24 March 2025 05:33 AM
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शेयर मार्केट में नुकसान झेल चुके लोग अब FD में लगा रहे पैसा, निवेश में 23 गुना उछाल

Share Vs FD: निवेश के मोर्चे पर शेयर बाजार में बीते आठ से 10 महीनों के दौरान भारी गिरावट और मौजूदा दौर में उतार-चढ़ाव का दौर बना हुआ है। ऐसी स्थिति में बैंकों में सावधि जमा (FD) के प्रति लोगों का रुझान एक बार फिर बढ़ रहा है। शेयर मार्केट में नुकसान झेल चुके लोग अब एफडी में रकम लगा रहे हैं। आरबीआई की रिपोर्ट से पता चलता है कि लगातार उच्च ब्याज वाली एफडी में निवेश बढ़ रहा है और इसमें 23 गुना तक उछाल आया है। आरबीआई द्वारा जारी मासिक रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2022 में बैंकों से जुड़ी विविध जमा योजनाओं के तहत सावधि जमा (एफडी) की हिस्सेदारी काफी कम थी।

रिपोर्ट बताती है कि सात से 8 फीसद तक ब्याज देने वाली विविध एफडी स्कीम में महज 2.8 प्रतिशत धनराशि जमा थी, जो दिसंबर 2024 में बढ़कर 64.9 प्रतिशत हो गई है। बीते तीन वर्षों में इसमें अप्रत्याशित रूप से उछाल दर्ज किया गया है। इतना ही नहीं आठ फीसदी से अधिक ब्याज वाली एफडी की हिस्सेदारी भी इस अवधि में 1.7 प्रतिशत से बढ़कर 5.9 प्रतिशत तक पहुंच गई है।

कम ब्याज वाली एफडी में हिस्सेदारी घटी

हालांकि, इस अवधि में पांच प्रतिशत से कम का रिटर्न देने वाली एफडी योजनाओं में जमा धनराशि का प्रतिशत कम हुआ है। इनमें मार्च 2022 में 34.2 प्रतिशत तक धनराशि जमा थी, जो दिसंबर 2024 तक गिरकर 2.9 प्रतिशत रह गई।

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बैंकों का संकट कम हुआ

ऐसे में बैंकों के लिए भी जमा धनराशि की दिक्कत खत्म हो गई है। जबकि बीते वर्ष जून-जुलाई तक बैंकों के सामने जमा धनराशि का संकट था, जिसको लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी बैंकों को आगाह किया था कि वह अपने ग्राहकों के लिए आकर्षक एफडी लाएं और उन्हें पैसा जमा करने के लिए प्रोत्साहित करें, जिसके बाद बैंकों ने विशेष अभियान भी चलाया था।

बैंकों की एफडी सबसे सुरक्षित निवेश

वॉयस ऑफ बैंकिंग के फाउंडर और बैंकिंग विशेषज्ञ अशवनी राणा कहते हैं कि बैंकों मे उच्च ब्याज वाली एफडी में निवेश बढ़ने के पीछे कई कारण है। पहला, बीते करीब 10 महीनों से शेयर बाजार में उथल-पुथल का दौर है। इससे काफी लोगों को भारी नुकसान हुआ है।

शेयर बाजार गिरने पर लोगों ने अपने निवेश को वहां से हटाकर सुरक्षित जगहों पर लगाया है। दूसरा, बैंकों ने बीते एक वर्ष में उच्च ब्याज एफडी में कोई बदलाव नहीं किया है। उल्टे काफी बैंकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की। अब बैंकों की एफडी में पैसा लगाने को सुरक्षित माना जाता है, जिस कारण से लोगों ने बैंक में उन एफडी में पैसा लगाया, जिनमें अच्छा रिटर्न मिलता है।

बैंकों की सावधि जमाओं का ब्याज दर वार हिस्सेदार

वर्ष 5% से कम 5-6 % 6-7% 7-8% 8% से अधिक )

मार्च 2022 34.3 51.4 9.9 2.8 1.7

मार्च 2023 7.0 31.9 27.5 30.3 3.4

मार्च 2024 5.5 8.1 22.2 58.9 5.5

दिसंबर 2024 2.9 5.5 20.8 64.9 5.9

(आंकड़े प्रतिशत में)

लोन लेने की हिस्सेदारी में इजाफा

आंकड़े बताते हैं कि सालाना लोन लेने की दर में इजाफा हो रहा है। अर्थव्यवस्था के लिहाज से लोन लेने की दर में वृद्धि को काफी हद तक सही माना जाता है। खास तौर पर कुछ क्षेत्रों में लोन लेने की गति में वृद्धि को अर्थव्यवस्था के लिहाज से सकारात्मक माना जाता है। वार्षिक आधार पर कृषि, उद्योग और होम लोन में वृद्धि देखने को मिली है।

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