12 मैच में 135 रन…ऋषभ पंत के करियर का सबसे फ्लॉप शो; मिचेल मार्श बोले- क्रिकेट में कभी-कभी इसी तरह होता है
लखनऊ सुपर जाइंट्स IPLकी प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है। उसके कप्तान ऋषभ पंत IPL इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं, जिन्हें 27 करोड़ में खरीदा गया था। इस सत्र में उन्होंने 12 मैच में 135 रन बनाए और स्ट्राइक रेट भी 100 से कम रहा। LSG के मिचेल मार्श का कहना है कि क्रिकेट में कभी-कभी इसी तरह होता है।

ऋषभ पंत 27 करोड़ रुपये की भारी भरकम कीमत के बावजूद इस आईपीएल एक बेहतरीन मैच विजेता की अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके। लखनऊ सुपर जाइंट्स के मिचेल मार्श ने टीम के आईपीएल से बाहर होने के बाद कहा कि यह विकेटकीपर बल्लेबाज यह स्वीकार करने वाला पहला व्यक्ति होगा कि इस लुभावनी टी20 लीग में उनका सत्र अच्छा नहीं रहा।
सुपर जाइंट्स को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ सोमवार को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा और इसके साथ टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई जबकि उसके दो और मैच बचे हैं।
सुपर जाइंट्स के कप्तान पंत ने 12 मैच में 135 रन बनाए हैं और उनका स्ट्राइक रेट 100 से कम है। यह 2016 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए पदार्पण करने के बाद से उनका सबसे खराब आईपीएल सत्र रहा है।
अब तक पांच अर्धशतक से 443 रन बनाने वाले मार्श ने संवाददाताओं से कहा, ‘वह यह कहने वाले पहले व्यक्ति होंगे कि उनका सत्र वैसा नहीं रहा जैसा उन्हें पसंद होता लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं कि कभी-कभी क्रिकेट इसी तरह चलता है।’
मार्श ने उम्मीद जताई कि पंत सुपरजाइंट्स के आखिरी दो मैच में अच्छा प्रदर्शन करेंगे, हालांकि ये महज औपचारिकता के मुकाबले होंगे।
उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि वह एक शानदार खिलाड़ी हैं, बेहद कुशल और बेहद प्रतिभाशाली है इसलिए वह वापसी करेगा।’
सत्र के सकारात्मक पहलुओं के बारे में पूछे जाने पर मार्श ने कहा कि 14वें लीग मैच के खत्म होने के बाद सभी के प्रदर्शन की जांच की जा सकती है।
मार्श ने कहा, ‘मुझे लगता है कि शायद इस सत्र के बाद आत्मचिंतन का समय आएगा। मेरा ध्यान बस अपनी टीम और अपनी फ्रेंचाइजी के लिए अगले दो मैच जीतने में योगदान देने की कोशिश करने पर है। जैसा कि मैंने कहा कि आईपीएल एक बहुत बड़ा टूर्नामेंट है और इसमें जीत का अंतर बहुत कम होता है।’
उन्होंने कहा, ‘हमने पूरे सत्र में कुछ करीबी मैच गंवाए जो अब हमें नुकसान पहुंचा रहे हैं, लेकिन हां, अब यह सब इस बारे में है कि हम जितना संभव हो सके इस सत्र को मजबूती से खत्म करें।’
सनराइजर्स हैदराबाद ने पिछले सत्र में केवल आक्रमण करने के अपने सिद्धांत के साथ टी20 बल्लेबाजी की नई परिभाषा लिखी थी लेकिन इस सत्र के दौरान यह कारगर नहीं रहा जहां टीम पहले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है जबकि अभी उसके दो मैच बचे हुए हैं।
मुख्य कोच डेनियल विटोरी ने कहा, ‘लोगों ने इस बारे में बात की है कि जाहिर तौर पर हम इस वर्ष आक्रामक होने की प्रतिष्ठा के साथ आए थे और फिर पहले मैच में हमने 280 रन बनाए। इस बात की चर्चा थी कि यह जारी रहेगा। मुझे लगता है कि हमारे लिए यह सिर्फ परिस्थितियों के बारे में सीखना और यह समझना है कि हम उन परिस्थितियों में कैसे खेलते हैं और कुछ बार हम लड़खड़ा गए।’
इस पूर्व दिग्गज स्पिनर ने कहा कि टीम के लिए हालात से सामंजस्य बैठाना एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया।
विटोरी ने कहा, ‘शायद (हम) उतनी जल्दी सामंजस्य नहीं बैठा पाए जितना हम चाहते थे और ऐसा खेल खेला जो उन तरह के विकेटों के अनुकूल नहीं था इसलिए यह प्रमुख सीख है। आज इसका एक अच्छा उदाहरण था कि हम पावर प्ले में आक्रामक हो सकते हैं लेकिन फिर उन मध्य चरणों के दौरान हमें जिम्मेदारी से बल्लेबाजी करनी थी और कुछ विकल्प अपनाने थे।’
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