गुजरात में विधायकों का सालाना फंड बढ़कर हुआ 2.5 करोड़ रुपये; किस स्कीम पर होगा खर्च?
- विधायकों को यह फंड स्थानीय विकास के लिए दिया जाता है। जानकारी देते हुए बताया गया है कि बढ़ाया गया फंड के खर्च का जोर केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई योजना पर होगा।

गुजरात सरकार ने विधायकों को मिलने वाला बार्षिक फंड 1 करोड़ से बढ़ाकर 2.5 करोड़ रुपये कर दिया है। विधायकों को यह फंड स्थानीय विकास के लिए दिया जाता है। जानकारी देते हुए बताया गया है कि अतिरिक्त फंड जल संरक्षण पर खर्च किया जाना चाहिए। अतिरिक्त फंड केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए 'केच द रेन' अभियान के तहत भी खर्च होगा।
इसमें कहा गया है, मुख्यमंत्री ने विकास के लिए तथा विकास के आदर्श के रूप में गुजरात की स्थापित पहचान को और बढ़ाने के लिए विधायकों को आवंटित अनुदान में उल्लेखनीय बढ़ोतर की है। स्थानीय क्षेत्र विकास के लिए विधान सभा सदस्यों (विधायकों) को आवंटित 1.5 करोड़ रुपये के मौजूदा वार्षिक अनुदान में एक करोड़ रुपये की वृद्धि की गई है।
विधायकों को जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘कैच द रेन’ अभियान के लिए इस अतिरिक्त अनुदान से 50 लाख रुपये के कार्य कराने होंगे। वर्षा जल संचयन के माध्यम से भविष्य में जल सुरक्षा सुनिश्चित करने और भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए, राज्य वर्ष 2018 से हर साल ‘सुजलाम सुफलाम जल अभियान’ का आयोजन कर रहा है।
इस अभियान के तहत तालाबों को गहरा करना, चेकडैमों से गाद निकालना, नहरों की मरम्मत, रखरखाव और सफाई, मिट्टी के तटबंधों का निर्माण और वर्षा जल संचयन जैसी विभिन्न जल संरक्षण गतिविधियाँ जन भागीदारी से की जा रही हैं।
इस अभियान के कारण पिछले 7 वर्षों में जल संग्रहण क्षमता में 1,19,144 लाख घन फीट की वृद्धि हुई है तथा 199.6 लाख मानव दिवस रोजगार सृजित हुए हैं। पीएम मोदी ने नागरिकों से इस वर्ष ‘कैच द रेन’ अभियान में भाग लेने का आह्वान किया है, ताकि बूंद-बूंद पानी इकट्ठा किया जा सके और उसका संरक्षण किया जा सके।
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