प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को नहीं मिली राहत, कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा
हरियाणा के पुलिस उपायुक्त नरेंद्र कादयान ने कहा कि सोनीपत के राई पुलिस थाने में 2 प्राथमिकी दर्ज की गईं हैं। इनमें से एक FIR हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया की शिकायत पर और दूसरी गांव के सरपंच की शिकायत पर दर्ज की गई।

अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को सोमवार को राहत नहीं मिली। सोनीपत की जिला अदालत ने मंगलवार को उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अब इस मामले की अगली सुनवाई 27 मई को होगी। ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट के मामले में प्रोफेसर को रविवार को गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ संप्रभुता और अखंडता को खतरे में डालने सहित कई गंभीर आरोपों में 2 प्राथमिकी दर्ज हैं। हरियाणा राज्य महिला आयोग ने हाल में एसोसिएट प्रोफेसर को उनकी टिप्पणियों पर सवाल उठाते हुए नोटिस भेजा था। हालांकि, महमूदाबाद ने कहा था कि उनका गलत मतलब निकाला गया। प्रोफेसर ने कहा कि उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अपने मौलिक अधिकार का प्रयोग किया है।
सुप्रीम कोर्ट भी प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की याचिका पर सुनवाई करने पर सहमति जता चुका है, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट के लिए अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है। चीफ जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने एसोसिएट प्रोफेसर की ओर से पेश सीनियर वकील कपिल सिब्बल की दलीलों पर गौर किया। उन्होंने कहा कि याचिकाओं को मंगलवार या बुधवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा। सिब्बल ने कहा, ‘उन्हें देशभक्ति वाले बयान के लिए गिरफ्तार किया गया है। कृपया इसे आज सूचीबद्ध करें।' इस पर प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि कृपया इसे कल या परसों लिस्टेड किया जाए।
प्रोफेसर के समर्थन में छात्रों का प्रदर्शन
वहीं, सोनीपत स्थित अशोका यूनिवर्सिटी के शिक्षकों के बाद छात्रों ने भी एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की गिरफ्तारी का विरोध किया। उन्होंने इसे न केवल अकादमिक स्वतंत्रता का बल्कि उन सिद्धांतों का भी घोर उल्लंघन बताया है, जिनकी शिक्षा उन्होंने दी और जिनके लिए वे खड़े रहे। छात्रों ने महमूदाबाद की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए उनकी तत्काल रिहाई की मांग भी की। महमूदाबाद के समर्थन में विश्वविद्यालय के छात्रों ने बयान में कहा, ‘हम ‘बैनिश द पोइट्स’ सिलेबस के छात्र अपने प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद के साथ मजबूती से और एकजुटता से खड़े हैं। पूरे सिलेबस के दौरान प्रोफेसर खान ने प्रेम पर व्याख्यान दिया, लगातार तर्क, करुणा, न्याय और विचार की स्वतंत्रता जैसे धर्मनिरपेक्ष मूल्यों पर जोर दिया, जो सार्थक संवाद की नींव हैं।’
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।