‘CBI को जांच करने से कौन रोक रहा है’; विमल नेगी की मौत के मामले पर बोले CM सुक्खू
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए तैयार है।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए तैयार है।
सीएम सुक्खू ने संवाददाताओं से कहा कि हर कोई विमल नेगी की मौत के पीछे की सच्चाई जानना चाहता है। उनकी पत्नी ने भी मुझसे मुलाकात की है और हम उनके परिवार के साथ पूरी सहानुभूति और एकजुटता के साथ खड़े हैं। बता दें कि, एचपीपीसीएल के चीफ इंजीनियर विमल नेगी 10 मार्च से लापता थे और 18 मार्च को बिलासपुर में मृत पाए गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "अगर ईडी नादौन में रेड कर सकती है, तो सीबीआई को जांच करने से कौन रोक रहा है?"
भाजपा ने की सीबीआई जांच की मांग
भाजपा ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि एचपीपीसीएल में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों के अनुचित दबाव के कारण नेगी गंभीर मानसिक तनाव में थे। इससे पहले मार्च में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात की और स्वतंत्र जांच के लिए दबाव बनाते हुए एक ज्ञापन सौंपा था।
एचपीपीसीएल के कर्मचारियों ने 19 मार्च को विमल नेगी के परिवार के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया और मैनेजिंग डायरेक्टर हरिकेश मीणा और डायरेक्टर देशराज को उनकी मौत के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि इन अधिकारियों ने नेगी को इस हद तक मानसिक रूप से परेशान किया कि उनके पास अपनी जान लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
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