आखिर कहां से आया ये ‘टैरिफ’? बना अमेरिकी राष्ट्रपति का प्रिय शब्द, जानिए रोचक इतिहास
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत समेत कई देशों पर रेसिप्रोकल टैक्स लगाने की घोषणा कर बड़ा धमाका कर दिया है। इस बीच एक शब्द जो इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चित है, वह है टैरिफ। कहां से आया है यह शब्द?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार शपथ लेने के बाद अपने फैसलों से एक के बाद बड़े धमाके कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अमेरिका के व्यापारिक साझेदारों पर रेसिप्रोकल टैक्स यानी पारस्परिक शुल्क लगाने की घोषणा कर दी है। इस बीच एक शब्द लगातार चर्चा में है। यह शब्द है- टैरिफ। यह शब्द ट्रंप का पसंदीदा शब्द बन गया है और अमेरिकी राष्ट्रपति अक्सर इसका इस्तेमाल करते हुए नजर आते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार को कहा है कि वह सभी देशों पर 10% बेसलाइन टैरिफ लगाने जा रहे हैं। इसके बाद यह शब्द एक बार फिर चर्चा में है।
कहां से आया टैरिफ
टैरिफ शब्द की मूल उत्पति अमेरिका में नहीं हुई है। यह शब्द मूल रूप से अरबी भाषा से लिया गया है और इसका अर्थ जानकारी, सूचना या स्पष्टीकरण है। इसी अरबी के शब्द को अंग्रेजी में लिया गया है। टैरिफ के सबसे पहले प्रयोग का संकेत 1338 के एक सिसिली दस्तावेज में दिखाई देता है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि 1345 के आसपास लिखे गए एक विनीशियन मर्चेंट गाइड के शीर्षक में भी इस शब्द का जिक्र है।
समय के साथ बदल गया अर्थ
अंग्रेजी में इसका सबसे पहला प्रयोग विलियम गैरार्ड के 1591 के मैनुअल द आर्ट ऑफ वॉर में मिला है। इस दस्तावेज में लेखक ने सुझाव दिया है, “कुछ जानकारी या टैरिफों की मदद से रैंक में शामिल होने वाले सैनिकों की संख्या लगाया जा सकेगा।” यहां टैरिफों से गैरार्ड का मतलब टेबल या चार्ट से था, जिसमें कुछ डेटा शामिल थे। समय के साथ साथ इस शब्द के मायने और इस्तेमाल करने का तरीका भी बदल गया।
क्यों लगाते हैं टैरिफ?
आज के दौर में टैरिफ, किसी देश द्वारा आयात और निर्यात पर लगाए जाने वाले सीमा शुल्क की जानकारी देने वाली एक आधिकारिक सूची है। टैरिफ का सबसे आम रूप एड वैलोरम है। दुनिया की सभी अर्थव्यवस्थाएं दूसरे देशों से आयातित उत्पादों पर टैरिफ लगाते हैं। टैरिफ लगाने का मुख्य उद्देश्य घरेलू उत्पादकों की रक्षा करना, अन्य देशों पर शुल्क वसूलकर व्यापार संतुलन को बनाए रखना और अर्थव्यवस्था को स्थिर करना होता है। टैरिफ का उपयोग लंबे समय से किया जा रहा है। हालांकि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इसका प्रचलन काफी हद तक कम हो गया था। इस दौरान दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं ने खुली व्यापार नीति अपनाई और आयात को बढ़ावा भी दिया।
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