एकजुट होने का समय है, पूरे कश्मीर को बंद कर दो; पहली बार महबूबा और मीरवाइज ने किया आह्वान
- पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सजाद लोन, और कश्मीर ट्रेडर्स एंड मैन्युफैक्चरर्स फेडरेशन ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की और बंद में शामिल होने की घोषणा की।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के विरोध में आज, बुधवार को पूर्ण बंद का आह्वान किया गया है। यह पहली बार है जब पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक ने संयुक्त रूप से इस बंद का समर्थन किया है। इस हमले में 26 लोग मारे गए, जो 2019 के बाद घाटी में सबसे घातक हमला माना जा रहा है।
पीडीपी विधायक वहीद पारा ने लोगों से निर्दोष लोगों के नरसंहार के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। पारा ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘‘पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में महबूबा मुफ्ती ने पूरे कश्मीर बंद का आह्वान किया है। निर्दोष लोगों के नरसंहार के खिलाफ एकजुट होने का समय आ गया है।’’ उन्होंने क्षेत्र में हुई घटना के खिलाफ ‘जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ और जम्मू बार एसोसिएशन द्वारा दिए गए हड़ताल के आह्वान का समर्थन करते हुए मुफ्ती द्वारा की गई पोस्ट भी साझा की।
महबूबा ने अपनी पोस्ट में कहा, ‘‘चैंबर एंड बार एसोसिएशन जम्मू ने पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के विरोध में कल (बुधवार) पूर्ण बंद का आह्वान किया है। मैं सभी कश्मीरियों से अपील करती हूं कि वे पहलगाम में हुए हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में इस बंद का समर्थन करने के लिए एकजुट हों।’’
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने कहा, ‘‘यह केवल कुछ चुनिंदा लोगों पर हमला नहीं है - यह हम सभी पर हमला है। हम दुख और आक्रोश में एकसाथ खड़े हैं और निर्दोष लोगों के नरसंहार की निंदा करने के लिए इस बंद का पुरजोर समर्थन करते हैं।’’ इससे पहले पारा ने आतंकी हमले को कश्मीरियों को बदनाम करने की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी स्थिति में सुधार होता दिखता है, ऐसी गतिविधियां की जाती हैं... हम इसकी निंदा करते हैं और विश्वास और विचारधारा से परे इसके खिलाफ एकमत हैं।’’
कश्मीर के प्रमुख धार्मिक नेता और मुताहिदा मजलिस उलेमा (एमएमयू) के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक ने भी बंद का समर्थन किया। उन्होंने पवित्र कुरान का हवाला देते हुए कहा, "जो कोई भी एक निर्दोष आत्मा को मारता है, वह मानो पूरी मानवता को मार देता है।" उन्होंने कश्मीर के लोगों से इस जघन्य अपराध के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध के लिए बंद में भाग लेने की अपील की। मीरवाइज ने कहा कि इस तरह के क्रूर कृत्य इस्लाम की शिक्षाओं के खिलाफ हैं, जो शांति और सद्भाव का संदेश देता है।
जम्मू-कश्मीर में विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, व्यापारिक निकायों और धार्मिक नेताओं ने इस बंद का समर्थन किया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी), पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सजाद लोन, और कश्मीर ट्रेडर्स एंड मैन्युफैक्चरर्स फेडरेशन (केटीएमएफ) ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की और बंद में शामिल होने की घोषणा की। प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन जम्मू-कश्मीर ने भी 23 अप्रैल को सभी निजी स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है।
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