जारंगडीह के विस्थापितों को न्याय की मांग
झामुमो नेता काशीनाथ केवट ने कहा कि जारंगडीह परियोजना के विस्थापित रैयत सीसीएल प्रबंधन से नौकरी और मुआवजा की मांग कर रहे हैं। रैयतों का दावा है कि उनकी जमीन पर सीसीएल द्वारा संचालन किया जा रहा है,...

खेतको। झामुमो के वरीय नेता काशीनाथ केवट ने कहा कि सीसीएल की कथारा प्रक्षेत्र अंतर्गत जारंगडीह परियोजना के विस्थापित रैयत सीसीएल प्रबंधन से अपनी जमीन के बदले नौकरी और मुआवजा की मांग लंबे समय से करते आ रहे हैं। रैयतों ने दावा किया है उनकी पुश्तैनी जमीन पर सीसीएल प्रबंधन द्वारा जारंगडीह माइंस, कांटा घर, रेलवे साइडिंग और रीजनल स्टोर सहित अन्य संचालन किया जा रहा है, लेकिन उन्हें अभी तक जमीन के बदले नौकरी और मुआवजा नहीं दिया गया। विस्थापित रैयतों के पास जमीन की खतियान मालगुजारी रसीद और झारखंड सरकार के अधिकृत अधिकारी द्वारा सत्यापित किये गये सभी दस्तावेज मौजूद हैं। विस्थापितों की 400 एकड़ जमीन के बदले एक फूटी कौड़ी भी नहीं दी गई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि सीसीएल प्रबंधन से उनका हक दिलाकर रैयतों को न्याय दिलायी जाय।
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