कपसा : ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया झूठी खबर फैलाने का आरोप
सारठ थाना क्षेत्र के कपसा गांव के ग्रामीणों ने पुलिस पर झूठी खबर फैलाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने 10 अप्रैल को गांव में छापेमारी के दौरान निर्दोष युवाओं को...

सारठ प्रतिनिधि सारठ थाना क्षेत्र के कपसा गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को पुलिस के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते हुए पुलिस पर झूठी खबर फैलाने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने कहा कि गत 10 अप्रैल गुरुवार को लगभग 50 की संख्या में पुलिस गांव में छापमेरी करने पहुंची। गांव से कई निर्दोष युवाओं को मारपीट कर घसीटते हुए उठाकर ले गई। कारण पूछने पर महिलाओं सहित परिजनों के साथ भी मारपीट करने का आरोप लगाया। बावजूद पुलिस द्वारा घोरपरास जंगल से गिरफ्तार करने की सूचना देने की भ्रामक खबर फैलाई गई। ग्रामीणों ने मोबाइल में वीडियो दिखाते हुए कहा कि उनलोगों के पास 10 अप्रैल की पुलिस की बर्बरतापूर्ण छापमेरी के प्रमाण के तौर पर वीडियो भी मौजूद है। बावजूद पुलिस घोरपरास जंगल से गिरफ्तारी होने की खबर मीडिया को दे रही है। आरोप लगाने वालों में पूर्व मुखिया व मुखिया पति अब्दुल मियां, ग्रामीण गुलबानु बीबी, मेहरबानु बीबी, मुबारक अंसारी सुल्तान अंसारी, फुरकान अंसारी, अलाउद्दीन अंसारी, महबूब मियां, मुस्तकीम अंसारी समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।
क्या कहते हैं एसडीपीओ : मामला साइबर क्राइम से जुड़ा हुआ है, इसलिए इस संबंध में विशेष जानकारी साइबर क्राइम से जुड़े अधिकारी ही दे सकते हैं।
रंजीत कुमार लकड़ा, एसडीपीओ, सारठ।
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