बीबीएमकेयू के यूजी-पीजी के छात्र पंचायतों में करेंगे इंटर्नशिप
धनबाद के बीबीएमकेयू सहित राज्य के विश्वविद्यालयों के छात्र गांवों में इंटर्नशिप करेंगे। झारखंड ग्रासरूट्स इनोवेशन इंटर्नशिप योजना के तहत छात्रों को 10 हजार रुपए स्टाइपेंड मिलेगा। यह इंटर्नशिप...

अमित वत्स, धनबाद बीबीएमकेयू (बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय) धनबाद समेत राज्य के विश्वविद्यालयों के यूजी व पीजी के छात्र-छात्राएं गांव-पंचायतों में इंटर्नशिप करेंगे। झारखंड ग्रासरूट्स इनोवेशन इंटर्नशिप योजना के तहत इटर्नशिप करेंगे। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की विभिन्न चीजों की पहचान कर उसे एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचना है। विशेषकर उन चीजों की मैपिंग होगी, जो कभी भी समुदाय से बाहर नहीं आया है। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से इंटर्नशिप योजना को अमलीजामा पहनाने की कवायद शुरू कर दी गई। यह इंटर्नशिप ग्रीष्मावकाश में आठ सप्ताह का होगा। इनमें छह सप्ताह का क्षेत्र भ्रमण, एक सप्ताह का ओरिएंटेशन/ प्रशिक्षण तथा एक सप्ताह प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए निर्धारित है।
छात्रों को मिलेगा 10 हजार रुपए स्टाइपेंड चार क्रेडिट के लिए उक्त इंटर्नशिप की अवधि में विद्यार्थियों को 10 हजार रुपए स्टाइपेंड भी दिया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में छात्रों के लिए इंटर्नशिप को अनिवार्य किया गया है ताकि वे अपनी कक्षा के बाहर व्यवहारिक अनुभव प्राप्त कर सकें। इसमें नवाचार के रूप में समुदाय से सीखना और अनुभवात्मक शिक्षा की कल्पना की गई है। उच्चस्तरीय कमेटी में बीबीएमकेयू रजिस्ट्रार भी गुरुवार को तकनीकी शिक्षा निदेशक झारखंड की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंस की गई। उच्चस्तरीय कमेटी में बीबीएमकेयू के रजिस्ट्रार डॉ धनंजय कुमार सिंह, रांची विवि के रजिस्ट्रार, डॉ विभा पांडेय, जीवन दास समेत अन्य शामिल हैं। इसमें आवश्यक निर्देश दिया गया। चार छात्रों का बनेगा समूह इंटर्नशिप के लिए छात्रों का चयन प्रारंभिक ऑनलाइन परीक्षा के प्रश्नों को अंतिम रूप दिया जाएगा। चार छात्रों का एक समूह बनेगा। छात्रों के साथ शिक्षक को मेंटर के रूप में जोड़ा जाएगा। मेंटर को दो किस्त में कुल 20 हजार रुपए दिए जाएंगे। वहीं मेंटर ऑफ मेंटर की नियुक्ति प्रत्येक वर्ष चार महीना के लिए किया जाएगा। रिटायर शिक्षक, वैज्ञानिक समेत अन्य विशेषज्ञ को प्रति महीने 10 हजार रुपए मानेदय दिया जाएगा। सभी पंचायतों को किया गया शामिल इस योजना में राज्य की सभी 4345 पंचायतें शामिल होंगी। प्रत्येक वर्ष कुल 17,380 छात्रों को प्रशिक्षु के रूप में चुना जाएगा। इंटर्नशिप के दौरान छात्र-छात्राएं कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों, कला, शिल्प, पोषण एवं आहार पद्धति, धातु, धातुकर्म, चिकित्सा उपकरण, लिंग समावेशी पद्धतियों एवं प्रौद्योगिकियों में इनोवेशन पर फोकस करेंगे। भविष्य में स्टार्टअप नीति के तहत इनोवेशन का पेटेंट भी कराया जाएगा। जिलास्तर पर डीसी की अध्यक्षता में कमेटी जिलास्तर पर डीसी की अध्यक्षता में निगरानी समिति गठित की जाएगी। कमेटी में डीसी, एसपी, डीडीसी, जिला पंचायती राज अधिकारी, उच्च शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य समेत अन्य शामिल होंगे। -- होंगे ये काम - जमीनी स्तर पर समाज की समस्या क्षेत्रों और आवश्यकताओं की पहचान। - यह पता लगाना कि किसी समुदाय/ क्षेत्र की नवीन प्रथाओं को अन्य समुदाय की ओर से दोहराया जा रहा है अथवा नहीं। - झारखंड विज्ञान प्रावैद्यिकी एवं नवचार परिषद (जेसीएसटीआई) राज्य की सभी पंचायतों को आसपास के उच्च शिक्षा संस्थानों से जोड़ेगा। - यह टैगिंग छात्रों, शिक्षकों व पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांवों की संख्या को ध्यान में रखकर की जाएगी। - कोई प्रशिक्षु किसी कारण से इंटर्नशिप छोड़ देता है तो संबंधित विवि के दूसरे प्रशिक्षु का नाम जोड़ा जाएगा। - स्टाइपेंड में पहली किस्त 5 हजार रुपए ओरिएंटेशन होने व प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद 5 हजार की दूसरी किस्त दी जाएगी। - इंटर्नशिप बीच में छोड़ने पर छात्रों से पहली किस्त की वसूली की जाएगी।
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