हो भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल कराने को ट्रेनें रोकीं
हो भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए आदिवासी हो समाज के सैकड़ों लोगों ने बुधवार सुबह कोल्हान में कई जगहों पर रेल लाइन जाम कर यात्री ट्रेनें और मालगाड़ियां रोक दीं। इसके कारण कई...
हो भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए आदिवासी हो समाज के सैकड़ों लोगों ने बुधवार सुबह कोल्हान में कई जगहों पर रेल लाइन जाम कर यात्री ट्रेनें और मालगाड़ियां रोक दीं। इसके कारण कई अन्य ट्रेनें जहां-तहां खड़ी रहीं। इसके कारण हजारों यात्रियों को परेशानी हुई। रेलवे के अधिकारियों ने आंदोलनकारियों को समझा-बुझाकर रेल लाइन से हटाया। इस दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई।
टाटानगर के सलगाझुड़ी के निकट ट्रेन रोकने के लिए पटरी पर महिलाएं और बच्चे भी उतर गए थे। चाईबासा में पुरी-राउरकेला इंटरसिटी एक्सप्रेस और रायरंगपुर में टाटा-बादामपहाड़ पैसेंजर को रोका गया था। वहीं, केन्दोपोसी, चक्रधरपुर व बड़ाबंबो के पास यात्री ट्रेनों एवं मालगाड़ी को रोककर रेल यातायात को प्रभावित किया गया। धरी रह गई आरपीएफ की तैयारी : आंदोलन को लेकर की गई आरपीएफ और रेल पुलिस की सभी तैयारियां धरी रह गईं। चक्रधरपुर मंडल में दो जगहों पर आठ यात्री ट्रेनों का परिचालन बाधित होने से लंबी दूरी के हजारों यात्री परेशान हुए। टाटानगर में हावड़ा-मुंबई और चक्रधरपुर से चाईबासा-ओडिशा मार्ग पर ट्रेन सेवा ढाई घंटे से ज्यादा समय तक बाधित रही। टाटा व खड़गपुर स्टेशन के बीच सुबह 6.20 से 7.40 बजे तक ट्रेन परिचालन बाधित था। आंनद विहार-भुवनेश्वर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस टाटा में खड़ी रही। झारग्राम से पुरुलिया, चंद्रपुरा व आसनसोल पैसेंजर अप लाइन जाम होने के कारण दूसरे स्टेशनों पर खड़ी रही। चाईबासा मार्ग में लाइन जाम के कारण लोकल ट्रेनों के आवागमन में भी दिक्कत हुई है।
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