माओवादियों के लिए सॉफ्ट टारगेट है लातेहार जिला
लातेहार जिला माओवादियों का आसान निशाना बनता जा रहा है। नक्सली हमलों का मुख्य कारण कोयला और बीड़ी पत्ता का कारोबार है, जिससे वे बड़ी रकम लेवी के रूप में लेते हैं। हाल के दिनों में माओवादियों की चहलकदमी...

लातेहार, संवाददाता। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन माओवादियों के लिए लातेहार जिला सॉफ्ट टारगेट बनता जा रहा है। लातेहार जिला में लगातार नक्सली हमला कर रहे हैं। इसका प्रमुख कारण इस जिले में कोयला का कारोबार और बीड़ी पत्ता है। दोनों ही कारोबार से माओवादियों को बड़ी रकम लेवी के रूप में मिलती है। लातेहार का भौगोलिक स्थिति भी ऐसा है कि किसी भी क्षेत्र में अभियान चलाने के लिए दो-तीन जिला अथवा दूसरे राज्य तक के पुलिस का सहयोग लेना पड़ता है। माओवादी इनदिनों ऐसी जगह पर टारगेट कर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं जहां पुलिस की पहुंच कम है। महुआडांड थाना क्षेत्र में जो घटना हुई वो अंतिम सीमा पर थी वही शनिवार को जो लातेहार थाना क्षेत्र में घटना हुई वो इलाका भी बालूमाथ, चंदवा और मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र का सीमाना है।
माओवादियों की चहलकदमी हुई कम, स्लीपर सेल एक्टिव वर्तमान समय में माओवादियों की चहलकदमी तो कम हुई है लेकिन स्लीपर सेल अब भी एक्टिव है। स्लीपर सेल आम ग्रामीणों की भूमिका में रहकर विकास के कार्यों की जानकारी संगठन तक पहुंचाते हैं, काम कौन कर रहा है, काम किस विभाग से हो रहा है सभी तरह की जानकारी संगठन तक पहुंचाते हैं। क्षेत्र की रेकी से लेकर घटना को अंजाम देने के बाद तक भागने तक की सारी जानकारी देते है। पहले भी दे चुके हैं कई बड़ी घटनाओं का अंजाम माओवादी लेवी के कारण पहले भी कई बड़ी घटनाओं का अंजाम दे चुके हैं। एक समय पूरे क्षेत्र में इनकी तूती बोलती थी। प्रति टन के हिसाब से जहां कोयला लेवी फिक्स हुआ करता था वही दूसरी ओर बीड़ी पत्ता में प्रति बोरा लेवी तय होता था। वर्तमान समय में नक्सलियों की पकड़ कमजोर जरूर हुई है लेकिन लेवी बंद नहीं हुई। करीब डेढ़ दशक पहले सरकारी कार्यों के छोटे योजनाओं में भी नक्सलियों से परमिशन लेना पड़ता था वर्तमान समय में बड़े कामों में माओवादी लेवी वसूल रहे हैं। रविंद्र के क्षेत्र में मनोहर हुआ सक्रिय एक समय था जब 15 लाख इनामी रिजनल कमांडर रविंद्र गंझु की तुती पूरे क्षेत्र में बोलता था। समय के साथ रविंद्र गंझु कमजोर होता चला गया, इसी बीच सब जोनल कमांडर मनोहर गंझु पूरे क्षेत्र में अपनी पकड़ बना रहा है। सूत्रों ने बताया कि चंदवा थाना क्षेत्र में हुई घटना में मनोहर जी का ही हाथ है। इससे पूर्व में जनवरी माह में भी मनोहर जी ने बालूभांग गांव में तीन गाड़ियों को आपके हवाले कर दिया था। मनोहर जी के हलचल के बाद से शांत पड़ा लातेहार में फिर से नक्सलियों ने उपस्थिति दर्ज करना शुरू कर दिया है। डीआईजी ने सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने का दिया था निर्देश पलामू डीआईजी वाईएस रमेश ने पूर्व में लातेहार थाना क्षेत्र में हुए एक घटना के बाद कहा था कि माओवादियों और टीएसपीसी की स्थिति कमजोर है, ऐसे में आगजनी की घटना गंभीर मामला है। आगजनी की घटना होने पर संबंधित थानेदार पर कार्रवाई होगी और उन्हें निलंबित किया जाएगा। कई बिंदुओं पर निर्देश जारी किए गए थे। बावजूद इसके लगातार आगजनी की घटना हो रही है। आईजी सुनील भास्कर पहुंचे घटनास्थल, अभियान तेज करने को कहा रविवार की दोपहर बाद आईजी सुनील भास्कर घटनास्थल पहुंचे, स्थिति का जायजा लिया। कंपनी के कर्मियों से बातचीत कर पुरी घटना की जानकारी ली। उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों को सर्च अभियान तेज करने का निर्देश दिया। ज्ञात हो की लातेहार जिले में इन दिनों नक्सली बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं जो पुलिस के लिए चुनौती बन गई है। पुलिस महकमा भी इन घटनाओं से सकते में है। घटना के बाद लातेहार पुलिस ने भी नक्सल अभियान तेज कर दिया है। बतादें की घटनास्थल पर रविवार अहले सुबह से ही आला पुलिस पदाधिकारियों का आना शुरु हो गया था। डीआईजी वाइएन रमेश, एसपी कुमार गौरव, बालूमाथ डीएसपी भी घटनास्थल का मुआयना कर आवश्यक जानकारी ली थी। घटना के बाद से साइट में सन्नाटा पसरा है।
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