जिस दिन सिरम टोली ब्रिज का होगा उद्घाटन, उस दिन झारखंड बंद
रांची में केंद्रीय सरना स्थल सिरम टोली बचाओ मोर्चा की बैठक हुई, जहां आदिवासी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए जन आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया गया। वक्ताओं ने सरकार की संवेदनशीलता की कमी पर चिंता...

रांची, वरीय संवाददाता। केंद्रीय सरना स्थल सिरम टोली बचाओ मोर्चा व आदिवासियों के धार्मिक-सांस्कृतिक संगठनों की संयुक्त बैठक सोमवार को हुई। आयोजन नगड़ा टोली सरना भवन में पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव की अध्यक्षता में हुई। संचालन कुंदरसी मुंडा ने की। संयुक्त रूप से वक्ताओं ने कहा कि जब तक रैंप नहीं हटाया जाता है, तब तक लगातार जन आंदोलन जारी रहेगा। रैंप मामले में सरकार द्वारा आदिवासी समाज से संवाद नहीं बनाना और इस विषय को हल्के ढंग से लेना, यह जताता है कि सरकार आदिवासियों की धर्म-संस्कृति पर संवेदनशील नहीं है और एक तानाशाह के रूप में आदिवासियों पर प्रहार किया जा रहा है।
सहमति बनी कि अब रैंप ही नहीं, बल्कि आदिवासियों के धार्मिक जमीन पारसनाथ पहाड़, लुगुबुरु सहित अन्य आदिवासियों की जमीन लूट पर सरकार पर हमला बोला जाएगा। अंत में निर्णय हुआ कि जिस दिन सिरम टोली सरना स्थल रैंप का उद्घाटन किया जाएगा, उसी दिन पूरा झारखंड बंद का आह्ववान होगा। पाहन, पुरोहित, ढोकलो सोहोर, पड़हा समिति, मानकी मुंडा संघ के द्वारा पूरे झारखंड में आदिवासियों के धार्मिक स्थल लुगुबुरु, सिरम टोली सरना स्थल, पारसनाथ पहाड़, मरांग बुरु, दिवड़ी दिरी, मुड़हर पहाड़ सहित अन्य को बचाने के लिए आंदोलन तेज करेगा। मौके पर निरंजना हेरेंज, देवकुमार धान, प्रेमशाही मुंडा, राहुल तिर्की, संगीता तिर्की, पवन तिर्की, अजय टोप्पो, दुर्गावती ओड़ेया, बबलू मुंडा, देवकुमार धान, सर्जन हासंदा, वासुदेव खड़िया, आकाश तिर्की सहित अन्य मौजूद थे।
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