बुढ़मू में विद्यालय के वार्षिकोत्सव में मारपीट अध्यक्ष, सचिव घायल
आरटीसी स्कूल तुरमूली के वार्षिकोत्सव से पहले, जमीनदाताओं और विद्यालय परिवार के बीच मारपीट हो गई। इस घटना में प्रबंध समिति के अध्यक्ष और सचिव घायल हुए, जबकि एक जमीनदाता को हल्की चोट आई। विवाद तब बढ़ा...

बुढ़मू, प्रतिनिधि। आरटीसी स्कूल तुरमूली का वार्षिकोत्सव शुरू होने से पहले विद्यालय परिसर के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे जमीनदाताओं और विद्यालय परिवार के बीच मारपीट हो गई। मारपीट में विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष संजय पटेल और सचिव दिलेश्वर महतो घायल हो गए। वहीं जमीनदाता सरिता देवी के पैर में हल्की चोट आई है। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम उस समय युद्ध के मैदान में तब्दील हो गया जब दिन के लगभग 12 बजे कार्यक्रम शुरू होने के पहले विद्यालय के जमींदाताओं के कुछ वंशज हाथ में तख्तियां और पूर्व सांसद रामटहल चौधरी का पुतला लेकर अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पुतला दहन के साथ नारेबाजी करने लगे जिससे विवाद बढ़ गया और दोनों पक्षों के बीच जमकर लात-घूंसे और लाठी-डंडे चले। घटना की जानकारी होने के बाद अतिथि और अभिभावक गण आधा रास्ता से लौट गए। मारपीट में घायलों को घटनास्थल पर मौजूद ठाकुरगांव पुलिस ने इलाज के लिए बुढ़मू सीएचसी भेजा। इस संबंध में दोनों पक्ष ने ठाकुरगांव थाना में आवेदन दिया है, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इसको लेकर देर शाम तक ग्रामीण ठाकुरगांव थाना में डटे हुए थे।
जमींदाताओं ने लगाया उपेक्षा का आरोप
जमीनदाताओं का कहना है कि हमलोग एक साल से विद्यालय समिति के पास अपनी मांग रखने का प्रयास कर रहे है, परंतु हमारी बात को कोई नहीं सुन रहा है। उन्होंने विद्यालय प्रबंध समिति पर फर्जी जमीनदाताओं को तरजीह देने और अपनी उपेक्षा का आरोप लगाया।
क्या कहा प्राचार्य ने
विद्यालय के प्राचार्य अरुण कुमार ने बताया कि विद्यालय में जब भी कोई कार्यक्रम होता है ये लोग विरोध करते हैं और आज वार्षिकोत्सव का आयोजन था जब हमलोग समझाने गए तो उन लोगों ने डंडा से हमला कर दिया जिसमें प्रबंध समिति के अध्यक्ष संजय पटेल और सचिव दिलेश्वर महतो घायल हो गए। प्राचार्य ने बताया कि ये लोग पहले भी विद्यालय में आकर मारने का धमकी दे चुके हैं।
दो भाग में है विद्यालय, ये हैं दानकर्ता
आरटीसी विद्यालय तुरमली मुख्यतः दो भाग में बंटा है। एक ही परिसर में शिवाजी बाल विद्या मंदिर स्थित है, जहां कक्षा एक से आठवी तक पढ़ाई होती है। वहीं आरटीसी तुरमूली में नौवीं से 11वीं तक की पढ़ाई होती है। शिवाजी बाल विद्या मंदिर के जमीनदाता छेदी महतो, बरतू महतो, धनी महतो और केतरा महतो हैं। जबकि आरटीसी विद्यालय को एतवा उरांव, सोमा उरांव, चापा उरांव, सुकरा उरांव, बरती महतो और कलशनाथ महतो ने जमीन दी है। शिवाजी बाल विद्या मंदिर के जमीनदाताओं का आरोप है कि उनकी जमीन को बाद में आरटीसी में मिला लिया गया है और उनकी लगातार अनदेखी की जा रही है।
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