सरकारी स्कूल में एक शिक्षक पर औसत 72.01 विद्यार्थी
साहिबगंज जिले के सरकारी स्कूलों में पिछले तीन सालों में प्रति शिक्षक पर विद्यार्थियों की संख्या 8.51 बढ़ी है। 2022 में एक शिक्षक पर 63.50 विद्यार्थी थे, जो 2025 में 72.01 तक पहुंच गए। जिले में 305...

साहिबगंज। जिले के सरकारी स्कूलों में बीते तीन सालो में प्रति शिक्षक पर 8.51 विद्यार्थी बढ़े हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में सरकारी स्कूल में एक शिक्षक पर औसतन 63.50 विद्यार्थियों के पठन-पाठन की जिम्मेदारी थी। 2024 में यह संख्या बढ़कर 68.23 पर पहुंच गई। 2025 में एक शिक्षक पर औसतन 72.01 विद्यार्थियों की जिम्मेदारी है। यह आंकड़ा शिक्षा विभाग का है। हालांकि शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई)के तहत प्राइमरी सेक्शन में एक शिक्षक पर 30 एवं अपर प्राइमरी में 35 बच्चों के पठन-पाठन की जिम्मेदारी होनी चाहिए। इस लिहाज से जिला में इस समय एक शिक्षक पर औसतन दोगुना से भी अधिक विद्यार्थियों के पठन-पाठन की जिम्मेदारी है।
2022 में जिला के सरकारी स्कूलों में 2,25,752 विद्यार्थी नामांकित थे। इस समय यह संख्या बढ़कर 2,34,048 हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में जिले का एक भी प्रखंड ऐसा नहीं है जहां आरटीई के प्रावधान के मुताबिक शिक्षक व बच्चों की संख्या हो। जिले में मंडरो में सबसे कम यानी एक शिक्षक पर औसतन 43.47 विद्यार्थी हैं। यहां बीते तीन साल में एक शिक्षक पर विद्यार्थियों की संख्या घटी है। बोरियो में एक शिक्षक पर औसतन 44.70 बच्चे हैं। इसी प्रकार तालझारी ब्लॉक में औसतन 46.41 विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए महज एक शिक्षक हैं। ब्लॉक पीटीआर 2022 पीटीआर 2025 बरहड़वा 74.79 87.25 बरहेट 54.48 61.05 बोरियो 38.90 44.70 मंडरो 44.96 43.47 पतना 58.17 66.89 राजमहल 94.78 107.98 साहिबगंज 57.94 67.49 तालझारी 43.97 46.41 उधवा 96.70 111.72 -------------------------------------- उधवा व राजमहल की स्थिति सबसे खराब उधवा में एक शिक्षक पर औसतन 111.72 एवं राजमहल में एक शिक्षक पर 107.98 विद्यार्थियों को पढ़ाने की जिम्मेदारी है। इससे साफ है कि संबंधित प्रखंड में विद्यार्थियों की कितनी गुणवतापूर्ण शिक्षा मिल पाती होगी। दो साल पहले यानी 2022 में राजमहल में एक शिक्षक पर औसतन 94.74 एवं उधवा में औसतन 96.70 विद्यार्थियों को पढ़ाने की जिम्मेदारी थी। तीन साल में घटे 305 शिक्षक रिपोर्ट के मुताबिक जिला में कक्षा एक से 12वीं तक में सरकारी स्कूलों में कुल शिक्षकों की संख्या 3555 थी। 2024 में यह घटकर 3311 हो गई। वर्तमान में जिला में कुल सरकारी शिक्षकों की संख्या 3250 है। रिपोर्ट से साफ है कि बीते तीन साल में जिले में सरकारी स्कूलों में 305 शिक्षक कम हुए हैं। दो साल में बढ़े 14,195 विद्यार्थी जिला के सरकारी-गैरसरकारी स्कूलों में हर साल विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है। यू डायस रिपोर्ट के मुताबिक 2024 में जिले के सरकारी व गैर सरकारी स्कूल को मिलाकर कक्षा एक से 12वीं तक में कुल विद्यार्थियों की संख्या 2,79,601 थी। वर्तमान में यह संख्या बढ़कर 2,93,796 हो गई यानी तीन साल में 14,195 विद्यार्थी बढ़े हैं। जिला में सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे 525 स्कूल जिला में वर्तमान में एक शिक्षक के भरोसे सिर्फ 525 स्कूल है। बरहड़वा में 50,बरहेट में 86,बोरियो में 98,मंडरो में 55,पतना में 82, राजमहल में 37,साहिबगंज में 11,तालझारी में 72 और उधवा में 34 स्कूल एक शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहा है। कुछ स्कूलों में अतिरिक्त शिक्षक हैं। जिस स्कूल में शिक्षक कम हैं,अगले सप्ताह बैठकर उन्हें वहां पदस्थापित किया जाएगा। जल्दी शिक्षकों के रिक्त पदों पर राज्यस्तर पर बहाली होने की उम्मीद है। कुमार हर्ष डीएसई साहिबगंज
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