क्या होती है टाइप-5 डायबिटीज? जानें लक्षण, कारण और बचाव के उपाय
- Type 5 Diabetes Causes And Symptoms: टाइप-5 डायबिटीज एक नई पहचानी गई डायबिटीज की श्रेणी है। इस मधुमेह को कुपोषण-संबंधी मधुमेह भी कहा जाता है, जो ज्यादातर दुबले-पतले, कम वजन वाले लोगों को प्रभावित करता है, जो खासकर बचपन से लंबे समय से कुपोषण का सामना कर रहे होते हैं।

बदलती जीवनशैली और व्यस्त लाइफस्टाइल ने आजकल व्यक्ति की खानपान की आदतों को भी पूरी तरह से बदलकर रख दिया है। ऐसे में बढ़ता तनाव, जंक फूड के प्रति प्रेम और सुस्त लाइफ ने लोगों के लिए कुछ साल पहले की तुलना में डायबिटीज का खतरा बढ़ा दिया है। आमतौर पर लोग डायबिटीज के दो प्रकार जानते हैं-टाइप 1 और टाइप 2। टाइप 1 डायबिटीज में, शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है, जबकि टाइप 2 डायबिटीज में, शरीर इंसुलिन का उपयोग ठीक से नहीं करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं टाइप-5 डायबिटीज एक नई पहचानी गई डायबिटीज की श्रेणी है, जो मुख्य रूप से कम वजन वाले व्यक्तियों में, विशेष रूप से निम्न-संसाधन वाले क्षेत्रों में देखी जाती है।
क्या होती है टाइप-5 डायबिटीज?
टाइप-5 डायबिटीज एक नई पहचानी गई डायबिटीज की श्रेणी है। इस मधुमेह को कुपोषण-संबंधी मधुमेह भी कहा जाता है, जो ज्यादातर दुबले-पतले, कम वजन वाले लोगों को प्रभावित करता है, जो खासकर बचपन से लंबे समय से कुपोषण का सामना कर रहे होते हैं।
टाइप-5 डायबिटीज, टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज से अलग होती है, क्योंकि यह न तो ऑटोइम्यून है और न ही इंसुलिन प्रतिरोध से संबंधित है। यह एक एकल जीन म्यूटेशन (single gene mutation) के कारण होता है।
टाइप-5 डायबिटीज के कारण
जेनेटिक म्यूटेशन
टाइप-5 डायबिटीज एक विशिष्ट जीन म्यूटेशन के कारण होता है, जो इंसुलिन उत्पादन या उपयोग को प्रभावित करता है।
पर्यावरण संबंधित कारक
कम पोषण, खराब आहार, और निम्न-संसाधन वाले क्षेत्रों में रहने की स्थिति इसकी शुरुआत का कारण बन सकती है।
पारिवारिक इतिहास का अभाव
यह मधुमेह अन्य प्रकार की डायबिटीज की तरह पारिवारिक इतिहास पर निर्भर नहीं करता है।
टाइप-5 डायबिटीज के लक्षण
-बार-बार पेशाब आना (पॉलीयूरिया)
-अत्यधिक प्यास लगना (पॉलीडिप्सिया)
-थकान और कमजोरी
-अस्पष्ट वजन घटना, खासकर कम वजन वाले व्यक्तियों में
-भूख में वृद्धि (पॉलीफेजिया)
-धुंधला दिखाई देना
इस बात का ध्यान रखें कि टाइप-5 डायबिटीज के लक्षण टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज से मिलते-जुलते हो सकते हैं, लेकिन यह स्थिति खासतौर पर कम वजन वाले लोगों में ज्यादा देखी जाती है।
टाइप-5 डायबिटीज से बचाव के उपाय
-टाइप-5 डायबिटीज से बचाव के लिए पोषक तत्वों से भरपूर स्वस्थ आहार लें, जिसमें साबुत अनाज, फल, सब्जियां, और प्रोटीन शामिल हों।
-मीठे और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों को खाने से बचें।
-सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मीडियम- हाई गति वाला व्यायाम, जैसे तेज चलना या योग करें। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है।
-कम वजन वाले व्यक्तियों को पोषण विशेषज्ञ की सलाह लेकर स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए कोशिश करनी चाहिए।
-ब्लड शुगर लेवल की नियमित जांच और शुरुआती निदान से खतरे को रोका जा सकता है।
-यदि परिवार में असामान्य डायबिटीज का इतिहास रहा हो, तो जेनेटिक टेस्टिंग पर विचार करें।
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