बच्चे को रोजाना लगाएं गले, फायदे ही नहीं सही तरीका भी जान लें know the right way and health benefits of hugging your child physical mental growth, पेरेंटिंग टिप्स - Hindustan
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बच्चे को रोजाना लगाएं गले, फायदे ही नहीं सही तरीका भी जान लें

आप अपने बच्चे की हर जरूरत का ध्यान रखती हैं। उसकी छोटी-से-छोटी उपलब्धि पर भी हर जगह उसकी तारीफ करती हैं। पर, क्या आप उसे गले लगाती हैं? हाल में हुए अध्ययन के मुताबिक बच्चों को गले लगाना उनके लिए कई तरह से फायदेमंद होता है, बता रही हैं स्मिता

Manju Mamgain हिन्दुस्तानFri, 23 May 2025 01:49 PM
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बच्चे को रोजाना लगाएं गले, फायदे ही नहीं सही तरीका भी जान लें

किसी का बचपन कैसा बीता है, इस बात पर उस व्यक्ति का भविष्य भी निर्भर करता है। यदि बच्चे को भरपूर प्यार दिया जाता है, उसे समय-समय पर गले लगाकर उसके प्रति प्यार प्रकट किया जाता है, तो उसका व्यवहार और व्यक्तित्व दोनों खास गुणों से भरपूर हो सकता है। अमेरिकन साइकोलॉजिस्ट जर्नल में हाल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जब मांएं अपने पांच से 10 वर्ष की आयु के बीच के बच्चों को बार-बार गले लगाती हैं, उन्हें प्रेम और स्नेह देती हैं, तो ऐसे बच्चे बड़े होकर अधिक जिम्मेदार बन सकते हैं। वे दूसरों का ज्यादा ध्यान रखते हैं। शोधकर्ताओं ने इसकी सच्चाई जांचने के लिए युनाइटेड किंगडम में 2,200 जुड़वां बच्चों पर परीक्षण किया। जुड़वां बच्चे न केवल एक ही डीएनए साझा करते हैं, बल्कि एक ही वातावरण में बड़े होते हैं। उनके बीच एकमात्र अंतर यह हो सकता है कि उन्हें अपनी मां से कितना प्रेम मिला। परिणाम में पाया गया कि जिस जुड़वां बच्चे को गले लगाकर अधिक प्यार और स्नेह दिया गया, वह बड़ा होकर दूसरों की ज्यादा परवाह करने वाला, जिम्मेदार और अपने काम के प्रति अधिक ईमानदार बना। मां-बाप द्वारा बच्चे को गले लगाना उसे किस तरह से फायदा पहुंचाता है, आइए जानें:

स्वस्थ मस्तिष्क और शरीर

मनोचिकित्सक और पेरेंटिंग एक्सपर्ट डॉ. पल्लवी चतुर्वेदी बताती हैं, ‘गले लगाने से बच्चे को स्वस्थ मस्तिष्क और स्वस्थ शरीर विकसित करने में मदद मिल सकती है। शिशुओं, बच्चों और यहां तक कि किशोरों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए कई अलग-अलग प्रकार की संवेदी उत्तेजना की जरूरत पड़ती है। त्वचा का संपर्क या शारीरिक स्पर्श, जैसे गले लगाना या बच्चे को प्यार से पकड़ कर उन्हें भींच लेना जैसी प्रक्रिया बच्चे के स्वस्थ मस्तिष्क और मजबूत शरीर के विकास में मदद करती है। विभिन्न अध्ययनों में यह बात साबित हो चुकी है कि जब बच्चों को मां और परिवार के अन्य सदस्यों का प्यार-दुलार और स्पर्श नहीं मिलता है, तो उनका शारीरिक विकास धीमा हो सकता है।’

भावनात्मक विकास में सहायता

बच्चा यदि गुस्सा करता है, तो उसे शांत करने का सबसे अच्छा तरीका उसे प्यार से गले लगाना है। गले लगाने से न केवल बच्चों के मस्तिष्क विकास और शारीरिक विकास में मदद मिलती है, बल्कि यह भावनात्मक विकास में भी सहायता करता है। बच्चे अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना सीख रहे होते हैं। ऐसे में किसी बात पर वे भड़क सकते हैं और गुस्सा भी कर सकते हैं। भावनात्मक आवेश के इन क्षणों में उन्हें गले लगाकर शांत किया जा सकता है। इससे उन्हें यह एहसास दिलाया जा सकता है कि आप कठिन समय में उनका साथ देने के लिए हमेशा मौजूद रहेंगी। गुस्से के दौरान बच्चे को गले लगाना उनके सामने झुकने के समान नहीं है। इसकी बजाय, यह उन्हें भावनात्मक रूप से टूटने से बचाता है।

तनाव होता है कम

जब बच्चे तनावपूर्ण स्थितियों का सामना करते हैं, तो उनके शरीर और मस्तिष्क में स्ट्रेस हार्मोन एड्रेनेलिन और कोर्टिसोल का स्राव होता है। जब उनके शरीर में बहुत ज्यादा तनाव हार्मोन बनते हैं, तो यह उनके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। गले लगाने से बच्चे का तनाव कम होता है। इससे बच्चे को ज्यादा लचीला बनने में मदद मिल सकती है। हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के शोध बताते हैं कि कि लंबे समय तक गले लगाने से लव हार्मोन ऑक्सीटोसिन निकलता है। यह स्ट्रेस हार्मोन को संतुलित करने में मदद कर सकता है।

प्रतिरक्षा प्रणाली होती है मजबूत

डॉ. पल्लवी चतुर्वेदी के अनुसार, गले लगाने से बच्चे का स्वास्थ्य भी बढ़िया होता है। गले लगाने के दौरान ऑक्सीटोसिन हार्मोन निकलता है, तो यह सूजन कम करके बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकता है। ऐसे बच्चे बीमार कम पड़ते हैं क्योंकि बीमारियों से लड़ने की क्षमता उनमें ज्यादा होती है। हर रोज गले लगाने से बच्चे के साथ रिश्ता मजबूत होता है। यह बच्चे को सुरक्षित होने का भी अहसास दिलाता है।

गले लगाने का गणित

सुबह के समय या सोने के समय, बच्चे के स्कूल जाने से पहले या स्कूल से आने के बाद या फिर दिन भर में किसी भी वक्त बच्चे को गले लगाने की कोशिश की जा सकती है। कम से कम 20 सेकेंड तक लगातार अपने बच्चे को गले लगाएं। अगली बार जब आप अपने बच्चे को गले लगाएं, तो 20 तक जरूर गिनें। यह गिनती गले लगते समय बच्चे भी कर सकते हैं। 20 सेकंड का आलिंगन आपके बच्चे को अधिक बुद्धिमान, स्वस्थ, तनावमुक्त और खुशहाल बना सकता है।

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