I will contest elections not Omar Abdullah Farooq Abdullah on jammu kashmir ex cm decision मैं लडूंगा चुनाव, उमर अब्दुल्ला नहीं; जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM ने क्यों लिया ऐसा फैसला, पिता फारुख अब्दुल्ला ने बताई वजह, India Hindi News - Hindustan
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मैं लडूंगा चुनाव, उमर अब्दुल्ला नहीं; जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM ने क्यों लिया ऐसा फैसला, पिता फारुख अब्दुल्ला ने बताई वजह

  • फारुख अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की, जबकि उनके बेटे उमर अब्दुल्ला इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। फारुख ने बताया कि उमर राज्य के दर्जे की बहाली के बाद चुनावी मैदान में उतरेंगे।

Himanshu Tiwari लाइव हिन्दुस्तानFri, 16 Aug 2024 07:32 PM
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मैं लडूंगा चुनाव, उमर अब्दुल्ला नहीं; जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM ने क्यों लिया ऐसा फैसला, पिता फारुख अब्दुल्ला ने बताई वजह

नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। उन्होंने बताया कि उनके बेटे और पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला इस साल के चुनावों में भाग नहीं लेंगे। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उमर अब्दुल्ला राज्य के दर्जे की बहाली के बाद चुनावी मैदान में उतरेंगे।

फारूक अब्दुल्ला ने पत्रकारों को बताया, “हम राज्य चाहते हैं। यह केवल नेशनल कांफ्रेंस की ही नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर की सभी पार्टियों की मांग है। भारत सरकार ने भी वादा किया है कि राज्य की स्थिति पूरी तरह से बहाल की जाएगी।”

वहीं उमर अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी की चुनावी तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नेशनल कांफ्रेंस चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार है और जल्द ही प्रचार अभियान शुरू कर देगी। प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उमर ने कहा, “चुनाव देरी से सही, लेकिन समय पर हो रहे हैं। चुनाव आयोग ने तीन चरणों में चुनाव की तारीखों की घोषणा की है। यह 1987-1988 के बाद पहला मौका है जब जम्मू-कश्मीर में इतने कम चरणों में चुनाव हो रहे हैं।”

चुनाव आयोग द्वारा जारी चुनावी कार्यक्रम के अनुसार, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे – 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर। चुनाव परिणाम 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। जम्मू-कश्मीर में कुल 90 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं, जिनमें 74 सामान्य, 9 अनुसूचित जनजाति (एसटी) और 7 अनुसूचित जाति (एससी) हैं।

राज्य में कुल 87.09 लाख मतदाता हैं, जिनमें 44.46 लाख पुरुष, 42.62 लाख महिलाएं, 169 ट्रांसजेंडर, 82,590 पीडब्ल्यूडी, 73,943 बहुत वरिष्ठ नागरिक, 2,660 सौ साल से ऊपर के लोग, 76,092 सेवा मतदाता और 3.71 लाख पहली बार वोट डालने वाले शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2023 में केंद्र को निर्देश दिया था कि चुनाव प्रक्रिया 30 सितंबर 2024 तक पूरी की जाए। जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है, क्योंकि यहां पिछले दस सालों से चुनाव नहीं हुए हैं। अंतिम विधानसभा चुनाव 2014 में आयोजित किए गए थे, और पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार जून 2018 में गिर गई थी जब भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को समर्थन वापस ले लिया था।