ध्यान भटकाने का हथकंडा, बलूचिस्तान हमले में PAK ने लगाया आरोप तो भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत आज खुजदार में हुई घटना में भारत की संलिप्तता के बारे में पाकिस्तान द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों को खारिज करता है। भारत ऐसी सभी घटनाओं में हुई मौतों पर शोक व्यक्त करता है।

भारत ने सोमवार को बलूचिस्तान के खुजदार शहर में एक स्कूल बस पर हुए आत्मघाती हमले में भारत की संलिप्तता के पाकिस्तान के आरोपों को खारिज करते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया है। इस हमले में चार बच्चे मारे गए थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आरोपों की निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान अपने मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाता है। भारत ने घटना में हुई मौतों पर भी संवेदना व्यक्त की।
जायसवाल ने एक बयान में कहा, "भारत आज खुजदार में हुई घटना में भारत की संलिप्तता के बारे में पाकिस्तान द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों को खारिज करता है। भारत ऐसी सभी घटनाओं में हुई मौतों पर शोक व्यक्त करता है। हालांकि, आतंकवाद के वैश्विक केंद्र के रूप में अपनी प्रतिष्ठा से ध्यान हटाने और अपनी खुद की बड़ी विफलताओं को छिपाने के लिए, अपने सभी आंतरिक मुद्दों के लिए भारत को दोष देना पाकिस्तान के लिए दूसरी प्रकृति बन गई है। दुनिया को धोखा देने की यह कोशिश विफल होने के लिए अभिशप्त है।"
पाकिस्तान ने बुधवार सुबह बलूचिस्तान के खुजदार शहर में एक स्कूल बस पर हुए संदिग्ध आत्मघाती हमले में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया था। जब विस्फोट हुआ, तब खुजदार में सेना द्वारा संचालित स्कूल जा रही बस में लगभग 40 छात्र सवार थे, जिनमें से कई घायल हो गए। पाकिस्तान की सेना और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की निंदा की और इस घटना के लिए 'भारतीय आतंकी एजेंटों' को दोषी ठहराया। हालांकि, हर बार की तरह इस बार भी इस दावे का समर्थन करने के लिए कोई सबूत नहीं दिया गया।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा ने कहा, ''इस कायरतापूर्ण प्रायोजित हमले के योजनाकारों, उकसाने वालों का पता लगाया जाएगा और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।'' बलूचिस्तान में हुए इस हमले में अभी तक किसी भी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है। साल 2014 में पाकिस्तान में सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक में 130 से अधिक स्कूली बच्चों की जान चली गई थी। यह पेशावर के एक सैन्य स्कूल पर हुआ था। उस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली थी।