मुक्त व्यापार समझौते पर सहमत हुए भारत और ब्रिटेन, PM मोदी ने कहा- ये ऐतिहासिक उपलब्धि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि भारत और ब्रिटेन ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में महत्वाकांक्षी एवं पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर सफलतापूर्वक सहमति बनाई है।

भारत और ब्रिटेन मंगलवार को मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर सहमत हो गए हैं। इसके बाद दोनों देशों ने एक व्यापक व्यापार समझौते की घोषणा की है, जो अधिकांश वस्तुओं और सेवाओं पर से टैरिफ हटाने का प्रावधान करता है। यह कदम नई दिल्ली और अमेरिका सहित अन्य देशों के बीच इसी तरह के समझौतों के लिए आगे की राह खोल सकता है। इस समझौते के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इसे ऐतिहासिक उपलब्धि करार दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा इससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और ब्रिटेन ने बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते और दोहरे योगदान समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसे "ऐतिहासिक मील का पत्थर" बताते हुए उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यह हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करेगा और हमारी दोनों अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार, निवेश, विकास, रोजगार सृजन और नवाचार को बढ़ावा देगा।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा, “अपने मित्र प्रधानमंत्री @Keir_Starmer से बात करके बहुत खुशी हुई। एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, भारत और यू.के. ने एक महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते के साथ-साथ एक दोहरे योगदान सम्मेलन को सफलतापूर्वक संपन्न किया है। ये ऐतिहासिक समझौते हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेंगे, तथा हमारी दोनों अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार, निवेश, विकास, रोजगार सृजन और नवाचार को बढ़ावा देंगे। मैं जल्द ही प्रधानमंत्री स्टारमर का भारत में स्वागत करने के लिए उत्सुक हूँ।”
बोरिस जॉनसन के समय से चल रही थी कोशिशें
दोनों देश पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कार्यकाल से ही मुक्त व्यापार समझौते की दिशा में काम कर रहे थे लेकिन इस प्रक्रिया में समय लगा क्योंकि इस दौरान अधिकारियों ने कई विवादास्पद बिंदुओं को सुलझाने का काम किया। इसमें भारतीयों के लिए वीजा मुद्दे, कारों और स्कॉच व्हिस्की जैसे यूके के निर्यात पर टैरिफ और यूके का कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म या CABM - स्टील और उर्वरक जैसी कार्बन-गहन वस्तुओं पर कर शामिल हैं।