खून-खराबा करने आए थे पाकिस्तानी… भारत के साथ खड़ा हुआ एक और देश
आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे भारत को पाकिस्तान के खिलाफ अब एक और देश का साथ मिला है। इथोपिया के राजदूत ने कहा कि पाकिस्तानी भारत में खून-खराबा करने आए थे और भारत ने संयम से जवाब दिया।

पहलगाम आतंकी हमला और फिर ऑपरेशन सिंदूर में जिस तरह भारतीय सेना ने पाकिस्तान की हवा निकाली। उसकी दुनियाभर में लगातार प्रशंसा हो रही है। एक और देश ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि भारत ने पाकिस्तान में जाकर हमला नहीं किया, बल्कि पाकिस्तान से आतंकी भारत आए और समस्या पैदा की"। यह तीखा बयान दिया है भारत में इथियोपिया के राजदूत फेसेहा शॉवेल गेब्रे ने। उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को खुलकर ज़िम्मेदार ठहराया। न केवल हमले की कड़ी निंदा की बल्कि भारत की जिम्मेदार प्रतिक्रिया की भी सराहना की।
भारत में इथियोपिया के राजदूत फेसेहा शॉवेल गेब्रे ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए सीधा आरोप पाकिस्तान पर लगाया है। उन्होंने कहा कि इस आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ साफ है और भारत ने इस पर बहुत संयम और ज़िम्मेदारी के साथ प्रतिक्रिया दी।
पाकिस्तान से समस्या पैदा करने आए आतंकी
राजदूत गेब्रे ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, "भारत ने हमला नहीं किया, पाकिस्तान से आतंकी आए। ये बहुत भयानक और अस्वीकार्य है। वे धर्म के आधार पर लोगों की पहचान कर रहे थे।" उन्होंने आगे कहा कि जैसे भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है, इथियोपिया भी पूर्वी अफ्रीका में आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल मई के अंत में इथियोपिया आएगा, जो हमले और भारत की प्रतिक्रिया पर जानकारी साझा करेगा।
अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर भारत का डंका
22 अप्रैल के आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई थी। जवाब में भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया और पाकिस्तान और पीओकेमें 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया। इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से फिर से घुसपैठ और गोलीबारी की कोशिशें हुईं, लेकिन भारतीय सेना ने कड़ा जवाब दिया। बाद में दोनों देशों के DGMO के बीच बातचीत के बाद फिलहाल सैन्य कार्रवाई पर विराम लगाने का समझौता हुआ है।
दुनिया के सामने पाक की पोल खुलेगी
भारत ने अब आतंकवाद के खिलाफ अपनी रणनीति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाने का निर्णय लिया है। एक सात-सदस्यीय बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भारत के प्रमुख साझेदार देशों और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों से संपर्क करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सांसद शशि थरूर, भाजपा के रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, जेडीयू के संजय झा, डीएमके की कनिमोझी और एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले शामिल हैं।