भारत ने खोली पोल तो सकपका गया पाकिस्तान, बोला- शाहीन मिसाइल का इस्तेमाल नहीं किया
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को शुरू हुआ भारत का सैन्य अभियान था। यह पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में जैश और लश्कर के 9 ठिकानों को नष्ट किया।

भारत ने जब एक-एक करके पोल खोलनी शुरू की तो पाकिस्तान सकपका गया। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारतीय मीडिया के उन दावों को निराधार बताया है जिसमें कहा गया कि ऑपरेशन बनयान अल-मर्सूस में शाहीन मिसाइल का इस्तेमाल किया। मंत्रालय की ओर से कहा गया, 'ये दावे भारतीय सेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वीडियो जारी करने के बाद शुरू हुए, जिसमें कथित तौर पर शाहीन मिसाइल का उपयोग दिखाया गया था। जब यह साफ हुआ कि दावा गलत था तो भारतीय सेना ने भ्रामक वीडियो को हटा दिया। मगर, तब तक भारतीय मीडिया के कुछ हिस्सों ने बिना सत्यापन के इस कहानी को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर दिया।'
भारतीय सेना की ओर से जारी वीडियो से पता चला कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत पर शाहीन बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया। इस मिसाइल का रेंज 2,750 किमी है और यह दिल्ली-अमृतसर जैसे शहरों को निशाना बनाने में सक्षम है। कहा गया कि पाकिस्तान ने यह हमला बौखलाहट में किया, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर ने उसके सैन्य ठिकानों (जैसे- नूर खान और रहीम यार खान एयरबेस) को भारी नुकसान पहुंचाया था। हालांकि, भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान की शाहीन मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया। भारतीय सेना के पश्चिमी कमांड के वीडियो में मिसाइल को नष्ट करने की प्रक्रिया दिखाई गई, जिसे बाद में हटा लिया गया। S-400 सिस्टम 400 किमी तक की रेंज में बैलिस्टिक मिसाइलों को रोक सकता है।
किन हथियारों के इस्तेमाल का दावा
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'कुछ भारतीय मीडिया आउटलेट गलत सूचना को फैला रहे हैं, जबकि भारतीय सेना का आधिकारिक हैंडल इस मामले पर चुप है। उसने न तो कोई सफाई दी है और न ही गलत पोस्ट के लिए खंडन जारी किया है।' इसमें कहा गया कि पाकिस्तान की ओर से उपयोग किए गए हथियारों की जानकारी 12 मई के ISPR प्रेस रिलीज में दी गई थी। पाकिस्तान सशस्त्र बलों ने सटीक-निर्देशित, लंबी दूरी की फतह सीरीज मिसाइलें (F1 और F2), उन्नत गोला-बारूद, लंबी दूरी के घातक ड्रोन और सटीक तोपों का इस्तेमाल किया। भारत और IIOJ&K में निशाना बनाए गए सैन्य ठिकानों की सूची भी प्रेस रिलीज में शामिल है।