BJP और AIADMK में दोबारा गठबंधन की अटकलें; अमित शाह से मिले पलानीस्वामी, क्या हुई बात
- अन्नामलाई ने पिछले कुछ समय से अन्नाद्रमुक की आलोचना कम कर दी है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर अन्नाद्रमुक और भाजपा में फिर से गठबंधन होता है तो वे राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक नीत इंडिया गठबंधन को कड़ी चुनौती देंगे।

अन्नाद्रमुक महासचिव और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की। ऐसी चर्चा है कि अन्नाद्रमुक राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के साथ दोबारा गठबंधन कर सकती है। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि AIADMK नेता ने शाह के साथ तमिलनाडु में कथित तौर पर हिंदी थोपे जाने समेत कई मुद्दों पर चर्चा की और उन पर अपनी पार्टी के विचार बताए।
तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी दल ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम ने भारतीय जनता पार्टी के राज्य नेतृत्व के साथ कुछ मतभेदों के बाद 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले सितंबर 2023 में पार्टी से नाता तोड़ लिया था। इससे पहले अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से नई दिल्ली में मुलाकात की थी। उन्हें भाजपा की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख के. अन्नामलाई की आक्रामक राजनीतिक शैली से उत्पन्न स्थिति से अवगत कराया था।
कुछ समय से अन्नाद्रमुक की आलोचना कम कर दी
अन्नाद्रमुक नेताओं ने द्रविड़ नेता सीएन अन्नादुरई पर की गई टिप्पणी के लिए अन्नामलाई से माफी मांगने या उन्हें हटाने की मांग की थी। अन्नामलाई ने पिछले कुछ समय से अन्नाद्रमुक की आलोचना कम कर दी है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर अन्नाद्रमुक और भाजपा में फिर से गठबंधन होता है तो वे राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक नीत इंडिया गठबंधन को कड़ी चुनौती देंगे। पिछले कुछ सालों में राज्य में अन्नाद्रमुक के वोट शेयर में गिरावट देखी गई है।
वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कथित रूप से भाषा थोपने और वित्तीय अन्याय को लेकर मंगलवार को केंद्र की आलोचना की। उन्होंने सटीक पहल के जरिए इस मुद्दे का हमेशा के लिए समाधान करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में जल्द ही घोषणा करेंगे। स्टालिन ने विधानसभा में भाषा नीति पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि तमिलनाडु सरकार उन विधायकों से पूरी तरह सहमत है जिन्होंने द्विभाषा नीति का दृढ़ता से समर्थन किया। सीएम ने कहा, ‘तमिलनाडु की द्विभाषा नीति में तमिल और अंग्रेजी दो भाषाएं हैं। इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।’ उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, इसमें कोई समझौता नहीं किया जाएगा।