52 ट्रिप में से 26 बार दोस्त तरुण राजू संग दुबई गई थी रान्या राव, सोना तस्करी मामले में नया खुलासा
तरुण के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है क्योंकि 8 मार्च को उसने कथित तौर पर देश से भागने की कोशिश की थी। हालांकि, इसमें वह विफल रहा था। इसके बाद वह हैदराबाद से बेंगलुरु चला गया था।

कन्नड़ अभिनेत्री और डीजीपी रैंक के एक सीनियर IPS अधिकारी की बेटी रान्या राव के सोने की तस्करी मामले में नया खुलासा हुआ है। अधिकारियों ने जांच में यह पाया है कि इस मामले में दूसरे आरोपी, जो अभिनेत्री रान्या राव का करीबी दोस्त है, यानी तरुण राजू ने 26 बार दुबई से हैदराबाद की यात्रा की थी। अधिकारियों ने बताया कि इस टिकट का भुगतान रान्या द्वारा तरुण के खाते में ट्रांसफर किए गए पैसे से किया गया था। जांचकर्ताओं ने दावा किया है कि उनके पास इस लेनदेन के दस्तावेजी सबूत हैं।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि तरुण राजू ने दुबई में रान्या राव को सोना सौंपा, जिससे तस्करी के कामों में उसकी संलिप्तता का संदेह पैदा होता है। अधिकारियों ने बताया कि रान्या ने 2023 से मार्च 2025 तक कुल 52 बार दुबई की यात्रा की है। इनमें से आधे बार यानी 26 बार रान्या राव और तरुण राजू साथ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि अक्सर उसी दिन रान्या सोना लेकर लौटती रही है।
तरुण के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर
तरुण के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है क्योंकि 8 मार्च को उसने कथित तौर पर देश से भागने की कोशिश की थी। हालांकि, इसमें वह विफल रहा था। इसके बाद वह हैदराबाद से बेंगलुरु चला गया था, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी के बाद अधिकारियों ने तरुण की बहन को इस बारे में सूचित किया, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए सब किया जा रहा है।
जांचकर्ताओं ने यह भी पाया कि तरुण के पास संयुक्त राज्य अमेरिका की नागरिकता है, जिससे उस पर स्मगलिंग में संलिप्तता पर अंदेशा और गहरा होता है। अधिकारियों ने उसके इस दावे पर सवाल उठाया है कि वह जिनेवा जा रहा था, उन्होंने कहा कि वह पहले हैदराबाद गया और फिर बेंगलुरु गया। उनका तर्क है कि अगर जिनेवा ही उसका इच्छित गंतव्य था, तो इस तरह के चक्कर लगाने का कोई कारण नहीं था, जिससे भागने के प्रयास के संदेह को बल मिलता है।
सोने के आयात-निर्यात के लिए बनाई थी कंपनी
पूछताछ में तरुण ने अधिकारियों को बताया है कि अभिनेत्री रान्या राव और उसने सोने का आयात और निर्यात के लिए दुबई में विएरा डायमंड्स ट्रेडिंग नाम से एक कंपनी खोली थी। अधिकारियों के मुताबिक ये लोग इस कंपनी का इस्तेमाल तस्करी से प्राप्त अवैध धन को सफेद बनाने के लिए करते थे। फिलहाल DRI के अधिकारी उस कंपनी के लेनदेन की जांच कर रहे हैं। रान्या राव को तीन मार्च को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर 14 किलो सोना के साथ गिरफ्तार किया गया था।
IPS पिता से भी हो चुकी पूछताछ
बता दें कि एक दिन पहले ही सोमवार को सोने की तस्करी मामले में अधिकारियों ने रान्या के सौतेले पिता और डीजीपी रैंक के अधिकारी के रामचंद्र राव से पूछताछ की है। उन्होंने अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता के नेतृत्व वाली जांच टीम के सामने अपना बयान दर्ज कराया है। एक सूत्र ने बताया, "रिपोर्ट अगले दो दिनों में कर्नाटक सरकार को सौंपे जाने की संभावना है। सरकार ने समिति को इसे एक सप्ताह के भीतर सौंपने का निर्देश दिया है।" कर्नाटक सरकार ने 10 मार्च को रान्या की कथित सोना तस्करी गतिविधियों में राव की संभावित संलिप्तता की जांच के लिए गुप्ता को नियुक्त किया था। एक दिन पहले राज्य सरकार ने डीजीपी रैंक के अधिकारी रामचंद्र राव को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया था।