VIDEO: जब वक्फ बिल पर घिरे संजय राउत, NCP ने कहा- पहले तो टक टक टक टक बोलते थे
- शिवसेना (यूबीटी) चीफ उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को दावा किया कि केंद्र सरकार की नजर वक्फ बोर्ड की जमीन पर है और अगला निशाना मंदिरों, गिरजाघरों और गुरुद्वारों की जमीन हो सकती है।

वक्फ बिल गुरुवार को राज्यसभा में भी लंबी चर्चा के बाद पास हो गया। इस दौरान सत्तारूढ़ और विपक्षी सांसदों में जमकर बहस हुई। इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सांसद प्रफुल्ल पटेल और शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) सांसद संजय राउत ने भी एक दूसरे पर तंज कसे। पटेल ने तो यह तक कह दिया कि 'संजय भैया अपना कलर न बदलें।'
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब पटेल ने सदन में बोलना शुरू किया, तो शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी कुछ कहा। इसपर पटेल ने कहा कि आप मत बोलिए, क्योंकि आप दूसरी पार्टी में थीं। इसके बाद राउत सदन में पहुंचे और पटेल ने दिवंगत बाल ठाकरे से लेकर बाबरी मस्जिद तक का जिक्र छेड़ दिया।
उन्होंने कहा कि बालासाहेब तो कहते थे कि शिवसैनिकों पर गर्व है, जिन्होंने बाबरी गिराई और 1993 में दंगों के बीच मुंबई में हिंदुओं की रक्षा की थी। सदन में चर्चा के दौरान पटेल ने राउत की ओर देखकर कहा, 'आ गए हमारे दोस्त आ गए...।'
'पहले तो टक टक टक टक बोलते थे'
उन्होंने आगे कहा, 'धन्य हो, आपको भी धन्य हो, हम कुछ भी नहीं...। सर आपको धन्यवाद कि बोलने दिया। मगर इनको धन्यवाद...। हमें कोई चिंता नहीं आपको जो बोलना हो बोलो...। अभी ऐसा क्यों कर रहे हो...। आज पहली बार सर हमारे संजय भैया का भाषण, संजय भैया का भाषण...। कभी नहीं तो एकदम टक टक टक टक बोलते हैं, लेकिन आज तो क्या बोलूं क्या नहीं बोलूं उनको समझ नहीं आ रहा था। अभी भी एकदम ऐसे ही कर रहे हैं। संजय भैया अपना कलर नहीं बदलें।'
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उद्धव ठाकरे ने बिल पर उठाए थे सवाल
शिवसेना (यूबीटी) चीफ उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को दावा किया कि केंद्र सरकार की नजर वक्फ बोर्ड की जमीन पर है और अगला निशाना मंदिरों, गिरजाघरों और गुरुद्वारों की जमीन हो सकती है।
उद्धव ने लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित होने के कुछ घंटे बाद यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी इस विधेयक पर बीजेपी के रुख और 'वक्फ की जमीन छीनकर अपने उद्योगपति मित्रों को देने की उसकी चाल’' का विरोध करती है। उन्होंने कहा, 'भाजपा और विधेयक का समर्थन करने वाले उसके सहयोगी दलों द्वारा मुस्लिम समुदाय के प्रति दिखाई गई चिंता पाकिस्तान के संस्थापक (मुहम्मद अली) जिन्ना को भी शर्मिंदा कर देगी।'
उद्धव की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब भाजपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने शिवसेना (यूबीटी) पर वक्फ (संशोधन) विधेयक का समर्थन न करके हिंदुत्व और पार्टी संस्थापक बाल उद्धव के आदर्शों को त्यागने का आरोप लगाया है। हालांकि, उद्धव ने स्वीकार किया कि विधेयक में कुछ अच्छी बातें हैं और कहा कि उनकी पार्टी नकारात्मक राजनीति का समर्थन नहीं करेगी।
(एजेंसी इनपुट शामिल)