Satyapal Malik reached hospital after CBI chargesheet said- his condition is very bad CBI की चार्जशीट के बाद अस्पताल पहुंचे सत्यपाल मलिक, बोले- हालत बहुत खराब है, India News in Hindi - Hindustan
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CBI की चार्जशीट के बाद अस्पताल पहुंचे सत्यपाल मलिक, बोले- हालत बहुत खराब है

सीबीआई द्वारा भ्रष्टाचार मामले में आरोपपत्र दाखिल होने के कुछ ही घंटों बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक अस्पताल पहुंच गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि वह अस्पताल में भर्ती हैं और लोगों से बात करने में असमर्थ हैं।

Himanshu Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 22 May 2025 05:08 PM
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CBI की चार्जशीट के बाद अस्पताल पहुंचे सत्यपाल मलिक, बोले- हालत बहुत खराब है

भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई की कार्रवाई के बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की तबीयत भी बिगड़ गई है। गुरुवार को जहां सीबीआई ने मलिक समेत 6 लोगों के खिलाफ आधिकारिक रूप से चार्जशीट दाखिल की, वहीं मलिक ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि वह अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत बेहद खराब है।

मलिक ने एक्स पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें वे अस्पताल के बेड पर नजर आ रहे हैं। उन्होंने लिखा, "मेरे बहुत से शुभचिंतकों के फोन आ रहे हैं जिन्हें उठाने में मैं असमर्थ हूं। अभी मेरी हालत बहुत खराब है। मैं फिलहाल अस्पताल में भर्ती हूं और किसी से भी बात करने की हालत में नहीं हूं।"

गौरतलब है कि सीबीआई ने किरू जलविद्युत परियोजना में 2,200 करोड़ रुपये के सिविल कार्यों के ठेके में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और पांच अन्य लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एजेंसी ने तीन साल की जांच के बाद मलिक और पांच अन्य लोगों को आरोपी बनाते हुए विशेष अदालत के समक्ष आरोप पत्र दाखिल किया।

सीबीआई ने पिछले वर्ष फरवरी में मामले के सिलसिले में मलिक और अन्य लोगों के परिसरों पर छापेमारी की थी। सीबीआई ने 2022 में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद एक बयान में कहा था कि यह मामला 2019 में ‘किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर’ (एचईपी) परियोजना के सिविल कार्यों के लगभग 2,200 करोड़ रुपये के ठेके को एक निजी कंपनी को देने में कथित गड़बड़ी से संबंधित है। मलिक 23 अगस्त, 2018 से 30 अक्टूबर, 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे थे। मलिक ने दावा किया था कि उन्हें परियोजना से संबंधित एक फाइल सहित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी।

एजेंसी द्वारा पिछले वर्ष छापेमारी किये जाने के बाद मलिक ने उनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार किया था। मलिक ने कहा था कि जिन लोगों के बारे में उन्होंने शिकायत की थी और जो भ्रष्टाचार में शामिल थे, उनकी जांच करने के बजाय सीबीआई ने उनके आवास पर छापा मारा। पूर्व राज्यपाल ने पोस्ट में कहा था, “उन्हें (सीबीआई अधिकारियों को) चार से पांच कुर्ते और पायजामा के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। तानाशाह सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर मुझे डराने की कोशिश कर रहा है। मैं एक किसान का बेटा हूं, मैं न तो डरूंगा और न ही झुकूंगा।”

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