चंद पैसों के लिए बेच दिया जमीर, स्टूडेंट से व्लॉगर तक निकले भारत के गद्दार; जासूसी में अब तक 9 गिरफ्तार
पहलगाम हमले के बाद एजेंसियां उन लोगों की तलाश में लगी है जो कि भारत में रहकर पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे थे। अब तक कम से कम 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है जिनमें से पांच हरियाणा से हैं।

पहलगाम में आतंकी हमला और फिर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां ऐसे लोगों की तलाश में लगी हैं जो कि जिस थाली में खा रहे हैं उसी में छेद भी कर रहे हैं। एजेंसियां कम से कम 8 ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं जो कि पाकिस्तान के लिए जासूसी का काम कर रहे थे। आसानी से मिलने वाले पैसे की लालच में स्टूडेंट से लेकर कारोबारी तक भारत के साथ गद्दारी करने को तैयार हो गए। एजेंसियों ने तीन राज्यों से कम से कम आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।
ज्योति मल्होत्रा
सोशल मीडिया पर लाखों के फॉलोअर्स की वजह से चर्चित ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा का नाम जासूसों की लिस्ट में आने से लोग हैरान रह गए। 'ट्रैवल विद' नाम के यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। पाकिस्तान की यात्रा के दौरान वह आईएसआई एजेंसी के संपर्क मं आ गई थीं। 2023 में ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान गई थीं। यहां उनका संपर्क पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हो गया। इसके बाद ज्योति का मिलना कई अन्य पाकिस्तान खुफिया एजेंट्स से भी हुआ। पुलिस का कहना है कि ज्योति मल्होत्रा वॉट्सऐप, टेलिग्राम और स्नैपचैट के जरिए संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान एजेंट्स से शेयर करती थीं। हिसार के एसपी शशांक कुमार ने बताया कि ज्योति पहलगाम भी गई थीं। इस बात की जांच की जा रही है कि कहीं यह कोई प्रायोजित यात्रा तो नहीं थी ज्योति मल्होत्रा एक बार चीन भी जा चुकी हैं।
प्रियंका सेनापति
प्रियंका सेनापति को लेकर जासूसी का पता तो नहीं चला है लेकिन उनका नाम ज्योति मल्होत्रा के साथ जुड़ रहा है। कुछ दिन पहले उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर की यात्रा की थीा। पुरी के एसपी ने बताया कि प्रियंका सेनापति के बारे में भी जानकारी निकाली जा रह है। वह फिलहाल पुरी स्थित अपने घर में हैं। उनके भी यू्ट्यूब चैनल पर हजारों सब्सक्राइबर्स हैं। प्रियंका ने कहा है कि उन्हें ज्योति के बारे में यह नहीं पता था कि वह भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त थीं। प्रियंका ने पूछताछ में एजेंसियों का सहयोग करने की बात कही है।
नौमान इलाही
नौमान इलाही को हरियाणा के पानीपत से गिरफ्तार किया गया था। कैराना का रहने वाला नौमान पहले पासपोर्ट एजेंट का काम करता था। बीते कुछ दिनों से वह पानीपत में अपनी बहन के घर रहने लगा था और यहीं गार्ड की नौकरी करने लगा था। पुलिस ने बताया कि अकसर वह छुट्टी लेकर रेलवे स्टेशन पर चला जाता था और वीडियो बना लेता था। वह आईएसआई के एक हैंडलर के संपर्क में था जिसे वह सेना के मूवमेंट के वीडियो भेजता था। एक वीडियो के बदले उसे पांच हजार रुपये तक मिलते थे।
दवेंदर सिंह
दवेंदर सिंह ढिल्लों पटियाला के खालसा कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस का छात्र है। उसे भी हरियाणा के कैथल से ही गिरफ्तार किया गया था। उसने फेसबुक अकाउंट पर पिस्तौल और बंदूकों की तस्वीरें अपलोड की थीं। उसे गिरफ्तार किया गया और पूछताछ की गई तो पता चला कि वह पिछले ही साल नवंबर में पाकिस्तान गया था। उसने वहां आईएसआई के हैंडलर के साथ संवेदनशील जानकारियां भी साझा की थीं। इसके अलावा उसने पटियाला मिलिट्री कैंट की तस्वीरें भी आईएसआई के अधिकारियों को दे दी थीं।
अरमान
अरमान को 16 मई को नूंह से गिरफ्तार किया गया था। 22 साल का अरमानन रजाका भी पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी दानिश के संपर्क में था। अरमान पाकिस्तान में अपने रिश्तेदारों से अकसर बातें करता था। अरमान के खिलाफ नगीना थाने में केस दर्ज किया गया है। आरोप यह भी है कि अरमान ने दानिश को एक सिम भी उपलब्ध करवाई थी।
मोहम्मद मुर्तजा अली
मोहम्मद मुर्तजा अली को गुजरात पुलिस ने पंजाब के जलंधर से गिरफ्तार किया था। उसने खुद का ही एक मोबाइल ऐप बनाया था जिसके जरिए पाकिस्तान के लिए जासूसी करता था। पंजाब से गजाला और यामीन मोहम्मद नाम के दो संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों पर आईएसआई के हैंडलर से संपर्क होने के आरोप हैं।
शहजाद
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से शहजाद नाम के एक जासूसी के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। उसपर आईएसआई के हैंडलर्स को संवेदनशील जानकारी देने का आरोप है। शहजाद हैंडलर्स के इशारे पर एजेंट्स को पैसे तक पहुंचाता था। एटीएस को बपता चला था कि रामपुर का रहने वाले शख्स भारत-पाकिस्तान सीमा पर तस्करी करता है। वह कई बार पाकिस्तान की यात्रा कर चुका था। शहजाद कई लोगों को पाकिस्तान भेज चुका था।
तारिफ
हरियाणा के नूंह से जासूसी मामले में दूसरी गिरफ्तार की गई है। यह हरियाणा की पांचवीं गिरफ्तारी है। यहां तारिफ नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि वह पाकिस्तानी उच्चयोग में काम करने वाले आसिफ बलोच और जाफर को भारत की सैन्य गतिविधियों की जानकारी वॉट्सऐप के जरिए भेज रहा था। इसके बदले में उसे पैसे मिलते थे। रविवार को उसे बावला गांव के पास पकड़ लिया गया। उसने अपने चैट डिलीट करने की कोशिश की। तारिफ झोलाछाप डॉक्टर का काम करता था। वह दो बार पाकिस्तान जा चुका है।