ये कार्रवाई रुकनी नहीं चाहिए, ऑपरेशन सिंदूर पर विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी की PM मोदी से अपील
Operation Sindoor : मंगलवार की रात 1.05 बजे भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के अंदर एयरस्ट्राइक कर लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है। इसमें 90 आतंकी मारे गए हैं।

Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए करनाल के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर की गई एयर स्ट्राइक पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए, इसे जरूरी कार्रवाई बताया है। रोते हुए हिमांशी ने कहा कि मेरे पति ने इसलिए सेना ज्वाइन की थी कि देश में शांति हो और आतंकियों का खात्मा किया जा सके। उन्होंने कहा, "इस ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम मोदी और देश की सेना को धन्यवाद करती हूं लेकिन भारतीय सेना की ये कार्रवाई यहीं नहीं रुकनी चाहिए, आतंकवाद का पूरी तरह से सफाया होना चाहिए।"
हिमांशी ने कहा, “बेशक मेरे पति इस ऑपरेशन के दौरान जिंदा नहीं हैं, लेकिन उनकी आत्मा यहीं है। मुझे आशा है और भगवान से यही प्रार्थना है कि ऑपरेशन सिंदूर से विनय की आत्मा को शांति मिली होगी। जिन लोगों ने मासूम लोगों की जान ली, परिवार खराब किए, उन लोगों को सख्त सजा मिली है। मैं चाहती हूं कि आतंकवाद पूरी तरह से खत्म हो। ताकि उनकी तरह इस तरह की पीड़ा और सदमे से किसी दूसरे इंसान को ना गुजरना पड़े।”
ऑपरेशन सिंदूर नाम से जुड़ाव महसूस करती हूँ
पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक को ऑपरेशन सिंदूर नाम देने पर हिमांशी ने कहा कि मैं इस नाम से काफी ज्यादा कनेक्ट करती हूं क्योंकि मेरी तो अभी शादी हुई थी और मेरी तो जिंदगी छीन ली गई। एक लम्हे में मेरी जिंदगी बदल गई। जितने भी लोग पहलगाम में मारे गए, उनके पत्नी और परिवार ने बहुत कुछ सहा है। यह ऑपरेशन बताता है कि इस तरह का कुछ भविष्य में नहीं होना चाहिए। जो कुछ हुआ उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता है लेकिन, बस उम्मीद है कि किसी के साथ ऐसा ना हो। उन्होंने कहा, "सेना के इस ऐक्शन से मुझे शांति जरूर मिली है।" साथ ही उन्होंने अपने पति को शहीद का दर्जा देने की भी मांग भारत सरकार से की है।
(रिपोर्ट: मोनी देवी)