300 संवेदनशील एरिया, 25000 पुलिसवाले; होली और जुमे को लेकर दिल्ली पुलिस की क्या तैयारी
दिल्ली पुलिस ने होली और रमजान की जुमे की नमाज से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी है। अर्धसैनिक बलों के साथ 25,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी निगरानी रखेंगे। पुलिस ने 300 से ज्यादा संवेदनशील स्थानों की पहचान की है।

दिल्ली पुलिस ने होली और रमजान की जुमे की नमाज से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी है। एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि अर्धसैनिक बलों के साथ 25,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी निगरानी रखेंगे। 14 मार्च को होली और रमजान के पवित्र महीने में जुमे की नमाज एक साथ मनाया जाएगा। पुलिस ने 300 से ज्यादा संवेदनशील स्थानों की पहचान की है और ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
अधिकारी ने बताया कि शहर के हर जिले में अमन समितियों के साथ बैठकें भी नियमित रूप से हो रही हैं। राष्ट्रीय राजधानी के सभी 15 पुलिस जिलों को गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। उत्तर-पूर्व जिले में तैनात एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है। एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूरे जिले में गश्त की जा रही है। त्योहारों के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए एमडब्ल्यूए और आरडब्ल्यूए के साथ बैठकें की जा रही हैं।
अधिकारी ने कहा कि चूंकि होली और रमजान की शुक्रवार की नमाज एक ही दिन पड़ रही है, इसलिए हम हर जिले में अमन समितियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। दोनों पक्ष बहुत सहयोगी हैं और लगातार हमारे संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए होली और शुक्रवार की नमाज से पहले भी बैठकें की जाएंगी। पुलिस ने बताया कि वे मस्जिद के इमामों से भी बात कर रहे हैं और उनका सहयोग भी मांग रहे हैं। पुलिस दिन भर मोटरसाइकिल और मोबाइल वैन के जरिए गश्त करेगी।
इस बीच, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर नाकेबंदी करेगी। शराब पीकर गाड़ी चलाने और रेड लाइट जंप करने वालों पर लगाम लगाने के लिए प्रमुख चौराहों पर विशेष टीमें तैनात की जाएंगी। अधिकारी ने बताया कि होली के दिन सख्त चेकिंग की जाएगी।
पुलिस ने लोगों को जिम्मेदारी से जश्न मनाने का सुझाव भी दिया। शराब पीकर गाड़ी चलाने से न केवल खुद की जान को खतरा होता है, बल्कि दूसरों को भी खतरा होता है। शराब पीकर गाड़ी चलाने के अलावा, रैश ड्राइविंग, दोपहिया वाहनों पर तीन लोगों की सवारी और स्टंट बाइकिंग पर नजर रखने के लिए विशेष टीमें तैनात की जाएंगी।