दिल्ली का तैमूर नगर नाला बुलडोजर ऐक्शन का क्यों बना हॉटस्पॉट, क्या बदलेगा?
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के तैमूर नगर स्थित नाले के पास अतिक्रमण हटाने के लिए लगातार बुलडोजर ऐक्शन देखा जा रहा है। इस रिपोर्ट में जानें बुलडोजर ऐक्शन का हॉटस्पॉट बना दिल्ली का तैमूर नगर नाला?

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डीडीए और एमसीडी की ओर से अतिक्रमण के खिलाफ लगातार ऐक्शन लिया जा रहा है। दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के तैमूर नगर स्थित नाले के पास सोमवार को डीडीए ने दिल्ली पुलिस और अन्य विभागों के साथ मिलकर बुलडोजर की मदद से बड़ी तोड़फोड़ कार्रवाई की। दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर डीडीए प्रशासन ने नाले के नौ मीटर तक के इलाके में बने कई अवैध इमारतों और ढांचों को जमींदोज कर दिया। बताया जाता है कि अभियान के दौरान 100 से अधिक मकानों और अवैध डेयरियों पर ऐक्शन हुआ। कार्रवाई दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रही। जानें बुलडोजर ऐक्शन का हॉटस्पॉट बना दिल्ली का तैमूर नगर नाला?
क्यों अहम है तैमूरनगर नाला?
तैमूर नगर नाले की लंबाई पांच सौ मीटर से अधिक है। यह नाला पूर्वी एवेन्यू रोड महारानी बाग के गेट नंबर पांच से शुरू होकर खिजराबाद मेन रोड तक जाता है। इसका शुरुआती हिस्सा 20 से 30 फुट चौड़ा है। लेकिन लंबे समय से कूड़ा डालने और अतिक्रमण के कारण इसके आगे के हिस्से की चौड़ाई महज पांच फुट तक ही रह गई है। इस वजह से नाला जाम हो जाता है। बारिश के मौसम में नाले से सटी कॉलोनियों में पानी जाता है।
क्या बदलेगा?
इस नाले के आसपास तीन लाख से अधिक लोग रहते हैं। इस नाले के आसपास तैमूर नगर गांव, झुग्गी बस्तियां, श्रीनिवासपुरी, गढ़ी, कालिंदी, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, फ्रेंड्स कॉलोनी वेस्ट जैसे क्षेत्र आते हैं। ऐसे में अतिक्रमण हटा दिए जाने के बाद नाले के आसपास तीन लाख से अधिक लोगों को राहत मिलेगी। उनको बरसात के जल जमाव से छुटकारा मिलेगा। गौर करने वाली बात है कि सरकार बनने के बाद से ही दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने नालों की सफाई के मसले पर कदम उठा रही है।
पिछले साल सामने आई थी समस्या
पिछले साल 28 जून 2024 को शुक्रवार के दिन दिल्ली एनसीआर में जोरदार बारिश हुई थी। इससे दिल्ली के कई इलाकों में जानलेवा जल जमाव देखा गया था। तैमूरनगर नाले से भी पानी पास नहीं कर पाया था। तब उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस नाले का निरीक्षण किया था। कई विभागों के अधिकारी भी राज्यपाल के साथ मौजूद रहे थे। निरीक्षण में पाया गया था कि नाले में गाद जमा होने और कचरे के लोड से नाला दबने की वजह से पानी बाहर नहीं निकल सका था।
झेलनी पड़ती है बाढ़ की समस्या
पाया गया है कि नाला चोक हो जाने के कारण स्थानीय लोगों के लिए बाढ़ की समस्या हर साल की घटना बन गई है। स्थानीय लोग लंबे समय से तैमूर नगर नाले की सफाई की मांग कर रहे हैं। लोगों ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) जैसे सरकारी विभागों से नाले की सफाई की मांग की। पिछले साल नाले के कारण जल जमाव पर राज्यपाल ने कई निर्देश जारी किए थे।
अब आगे क्या होगा?
सोमवार को तैमूर नगर नाले में बसी झुग्गियों पर कड़ी कार्रवाई हुई। डीडीए ने एमसीडी और पुलिस के साथ मिलकर 100 से अधिक मकानों, ढांचों और अवैध डेयरियों को जमींदोज कर दिया। DDA प्रशासन ने अन्य विभागों के साथ मिलकर मंगलवार को भी नाले के आसपास बुलडोजर लगाकर अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई की। तीन से अधिक मकानों को जमींदोज भी कर दिया गया। अब डीडीए और एमसीडी इस पर अपनी-अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे। फिर नाले से गाद निकालने और कूड़े को हटाने की डेडलाइन तय कर आगे की कार्रवाई होगी।