Fraud Case Against WTC Builder 26 Complaints Filed Over Land Deals in Faridabad धोखाधड़ी में डब्ल्यूटीसी बिल्डर के खिलाफ एक और मुकदमा , Faridabad Hindi News - Hindustan
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धोखाधड़ी में डब्ल्यूटीसी बिल्डर के खिलाफ एक और मुकदमा

फरीदाबाद में डब्ल्यूटीसी बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज हुआ है। अब तक 26 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। निवेशकों का आरोप है कि बिल्डर ने पैसे लेकर जमीन नहीं दी और न ही रकम लौटाई। पुलिस मामले...

Newswrap हिन्दुस्तान, फरीदाबादWed, 23 April 2025 12:14 AM
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धोखाधड़ी में डब्ल्यूटीसी बिल्डर के खिलाफ एक और मुकदमा

फरीदाबाद। डब्ल्यूटीसी बिल्डर के खिलाफ सेंट्रल थाना में सोमवार रात धोखाधड़ी का एक और मुकदमा दर्ज हुआ है। बिल्डर के खिलाफ अब तक धोखाधड़ी के करीब 26 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। आरोप है कि रकम लेने के बावजूद बिल्डर निवेशकों को जमीन नहीं दे रहा है। साथ ही रकम भी नहीं लौटा रहा। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस के रविवार को दर्ज मुकदमे में एसजीएम नगर निवासी शिवालिक कंबोज और सोनीपत सेक्टर 23 निवासी विजय मलिक समेत करीब 39 लोगों ने शिकायत दी है। पीड़ित शिवालिक कंबोज और विजय मलिक ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया है कि डब्ल्यूटीसी बिल्डर कंपनी ने ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर 111 से 114 में किसानों से कृषि योग्य जमीन खरीदकर, वहां साल 2021 में दीन दयाल जन आवास योजना लांच की थी। शहरवासियों से 110 से 160 वर्गगज का प्लाट देने का वादा किया था।

इस बाबत समाचार पत्र, टीवी और सोशल मीडिया पर विज्ञापन डाले गए थे। पीड़ित का कहना है कि वह उनके झांसे में आ गए और करीब 160 वर्ग जमीन खरीदने पर हामी भर दी। करार होने के बाद सारे पैसे भी दे दिए। निवेशकों से कहा गया था कि साल 2023 तक प्लॉट को विकसित कर दे दिया जाएगा। लेकिन समय सीमा खत्म होने के बाद भी लोगों को प्लॉट नहीं दिए गए। आरोप है कि प्लॉट या जमा कराए पैसों को वापस मांगने पर बिल्डर की ओर से धमकी दी जा रही है। पुलिस मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।

चेक बाउंस हो गया

पीड़ितों का कहना है कि जब वह प्लॉट का करार कर रहे थे तो उस दौरान बिल्डर ने कई वायदे किए थे। बिल्डर की ओर से चेक दिया गया था। साथ ही कहा गया था प्लॉट नहीं मिलने पर चेक को बैंक में लगा सकते हैं। उन्हें करीब 15 फीसदी से अधिक ब्याज के साथ रकम वापस मिल जाएगी। आरोप है कि बिल्डर द्वारा दिया गया वह चेक भी बाउंस हो गए।

कई बार प्रदर्शन कर चुके

निवेशकों का कहना है कि बिल्डर द्वारा की गई धोखाधड़ी को लेकर कई बार विरोध-प्रदर्शन किया गया। कैंडल मार्च निकाले गए। ग्रिवेंस कमेटी में भी मुद्दा उठाया था। बिल्डर ने पिछले 4 साल से उपरोक्त भूखंडों को बेचने के बावजूद न तो कोई डीटीसीपी लाइसेंस ले पाई है और न ही अन्य अनुमति। पुलिस प्रवक्ता का कहना है कि मामला दर्जकर जांच शुरू की है।

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