फरीदाबाद में कल कब कैसे होगी मॉक ड्रिल, यहां जानिए हर जानकारी
देशभर की जिन 244 जगहों पर मॉक ड्रिल होनी है, उनमें एक फरीदाबाद भी है। ऐसे में उपायुक्त विक्रम सिंह ने यहां होने वाली मॉक ड्रिल को लेकर जानकारी दी है।

पहलगाम हमले को लेकर भारत-पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच देशभर के कई जिलों में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल होने वाली है। इसका मकसद ये समझना है कि हमले के समय नागरिक सुरक्षा कैसे करें। जिन जगहों पर ये मॉक ड्रिल होनी है, उनमें एक फरीदाबाद भी है। उपायुक्त विक्रम सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये मॉक ड्रिल शाम 4 बजे शुरू होगी। इस दौरान जरूरत के समय काम आने वाले कंट्रोल रूम का जायजा लिया जाएगा। इसके अलावा इस दौरन ब्लैक आउट के उपाय, आग लगने जैसी घटनाओं से निपटने की तैयारियां देखी जाएंगी। वहीं किसी के घायल होने की स्थिति में क्या करें, ये भी देखा जाएगा।
मॉक ड्रिल के दौरान बजाए जाने वाले सायरन को लेकर उन्होंने कहा, हमारी कोशिश रहेगी कि गांव के स्तर तक इसे लेकर जाएं। हमारी कोशिश है कि अगर किसी गांव में सायरन खराब हो गए हैं या नहीं है तो वहां तक हम पहुंचा दें। इसके अलावा सरकारी ऑफिस और पीसीआर वैन के जरिए भी सायरन ज्यादा से ज्याजदा जगह तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने लोगों से अफवाहों से बचने की भी अपील की है।
गृह मंत्रालय ने दिया था आदेश
बता दें, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच उभर रहे सभी राज्यों से सात मई को ‘मॉक ड्रिल’ आयोजित करने को कहा है।
सभी राज्यों एवं केंद्र-शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को गृह मंत्रालय की ओर से भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि ‘मॉक ड्रिल’ के दौरान किए जाने वाले उपायों में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का संचालन, नागरिकों को ‘किसी भी हमले’ की सूरत में खुद को बचाने के लिए सुरक्षा पहलुओं पर प्रशिक्षण देना और बंकरों एवं खाइयों की साफ-सफाई शामिल है।
अन्य उपायों में दुर्घटना की स्थिति में ‘ब्लैकआउट’ के उपाय, महत्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों की रक्षा तथा निकासी योजनाओं को अद्यतन करना एवं उनका पूर्वाभ्यास करना शामिल है।
‘मॉक ड्रिल’ में वायुसेना के साथ हॉटलाइन और रेडियो-संचार लिंक का संचालन, नियंत्रण कक्षों और छाया नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता का परीक्षण भी शामिल है।
भाषा से इनपुट