ममी के चेहरे पर दिखीं तीन रहस्यमयी रेखाएं
-800 वर्ष प्राचीन ममी पर खोजे टैटू, कलाई पर लिखा है ‘एस रोम, एजेंसी।

रोम, एजेंसी। वैज्ञानिकों ने दक्षिण अमेरिका की एंडीज पर्वतमाला से मिली 800 साल पुरानी एक महिला ममी के चेहरे और हाथ पर ऐसे टैटू खोजे हैं, जो अब तक किसी भी पुरातात्विक खोज में नहीं देखे गए थे। यह अध्ययन ‘जर्नल ऑफ कल्चरल हेरिटेज में प्रकाशित हुआ है। शोधकर्ताओं ने ममी की त्वचा पर टैटू खोजने के लिए विशेष तकनीकों का इस्तेमाल किया। इससे ममी के चेहरे पर कान से मुंह तक जाती तीन सीधी रेखाएं और एक कलाई पर ‘एस आकार का टैटू मिला। वैज्ञानिकों ने पहले रेडियोकार्बन डेटिंग से ममी की उम्र का पता लगाया, जिससे यह सामने आया कि महिला 1215 से 1382 ईस्वी के बीच जीवित थी।
इस ममी को इटली की ट्यूरिन यूनिवर्सिटी के एंथ्रोपोलॉजी और एथनोग्राफी म्यूजियम में संरक्षित किया गया था। कोयले का नहीं, खनिजों का इस्तेमाल टैटू में इस्तेमाल हुए पदार्थों का विश्लेषण करने के लिए टीम ने एक्स-रे फ्लोरेसेंस, माइक्रो रामन स्पेक्ट्रोस्कोपी और स्कैनिंग इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप का सहारा लिया। इससे पता चला कि टैटू बनाने में मैग्नेटाइट और पाइरॉक्सीन जैसे खनिजों से बने रंगों का इस्तेमाल किया गया था। हैरानी की बात यह रही कि आमतौर पर इस्तेमाल होने वाला कोयला इसमें कहीं भी नहीं पाया गया। रहस्य बरकरार शोधकर्ता यह तो नहीं समझ पाए कि इन टैटू का मतलब क्या था, लेकिन इतना जरूर मानते हैं कि चेहरे जैसे प्रमुख हिस्सों पर इन्हें बनवाना इस बात का संकेत है कि वे महिला के लिए किसी खास महत्व के रहे होंगे। अब तक किसी भी पुरानी ममी पर इस तरह के टैटू नहीं मिले थे। यह खोज न केवल प्राचीन टैटू परंपराओं को समझने में मदद करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि उस दौर में लोग सौंदर्य, प्रतीकात्मकता या पहचान को लेकर कितने सजग थे।
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