बांग्लादेश सीमा पर रेलवे ट्रैक की 24 घंटे पेट्रोलिंग के आदेश
भारत सरकार ने पाकिस्तान सीमा और बांग्लादेश सीमा पर रेलवे की सुरक्षा बढ़ा दी है। जीआरपी और बीएसएफ को रेलवे ट्रैक की 24 घंटे पेट्रोलिंग करने का आदेश दिया गया है। न्यू जलपाईगुड़ी और बालुरघाट जैसे स्टेशन...

नई दिल्ली, अरविंद सिंह। भारत-पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध की आशंका के मद्देनजर केंद्र सरकार ने पाकिस्तान सीमा के साथ पूर्वोत्तर में बांग्लादेश सीमा पर रेलवे ट्रैक, स्टेशन और ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ा दी है। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को बांग्लादेश सीमा के सामानांतर मौजूद रेलवे ट्रैक की 24 घंटे पेट्रोलिंग करने के आदेश दिए गए हैं। रेलवे स्टेशनों के प्रवेश द्वारा और ट्रेन में यात्रियों सहित रेल तथा सरकारी कर्मचारियों की गहन तलाशी सुनिश्चित करने को कहा गया है। रेलवे बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) ने बांग्लादेश सीमा के सामानांतर रेलवे ट्रैक की दिन रात पेट्रोलिंग करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
पेट्रोलिंग की जिम्मेदारी जीआरपी और बीएसएफ के कंधों पर होगी, जबकि रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) उनका सहयोग व समन्वय का कार्य करेगी। सूत्रों का कहना है कि पूर्वोत्तर को जोड़ने वाले रेलवे ट्रैक रणनीतिक सिलीगुड़ी कॉरिडोर से होकर गुजरते हैं। इसे भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे पतला हिस्सा होने के कारण चिकन नेक भी कहा जाता है, जो उत्तर और दक्षिण में नेपाल और बांग्लादेश की सीमा से सटा है। न्यू जलपाईगुड़ी और बालुरघाट जैसे रेलवे स्टेशन बांग्लादेश सीमा से महज पांच किलोमीटर दूर हैं। सूत्रों ने कहा कि न्यू मयनागुड़ी स्टेशन से अलीपुरद्वार डिवीजन के न्यू डोमोहोनी स्टेशन तक ट्रैक की संयुक्त पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है। रेलवे ट्रैक पर पैदल पेट्रोलिंग का मकसद ट्रेनों और रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा अवैध घुसपैठ व संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना है। उन्होंने कहा कि कटिहार डिवीजन में हल्दीबाड़ी जीरो पॉइंट से हल्दीबाड़ी रेलवे स्टेशन तक पैदल संयुक्त पेट्रोलिंग से अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास के इलाके में यात्रियों और स्थानीय लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा होगी। सीमा के पास स्थित हल्दीबाड़ी स्टेशन, बांग्लादेश को चिलाहाटी से जोड़ने वाले रेलवे मार्ग पर है। इस मार्ग पर ढाका को एनजेपी से जोड़ने वाली मिताली एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की गई थी, लेकिन पड़ोसी देश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से यह सेवा निलंबित चल रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि सिलीगुड़ी के माध्यम से पूर्वोत्तर को जोड़ने वाला रेल मार्ग भारत में परिवहन का सबसे महत्वपूर्ण साधन है। बांग्लादेश से निकटता और पिछले साल अगस्त से पड़ोसी देश के साथ द्विपक्षीय संबंधों में गिरावट को देखते हुए रेलवे बोर्ड इस क्षेत्र में रेलवे के बुनियादी ढांचे की सुरक्षा को चाक चौबंद करना चाहता है। रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा जांच भी बढ़ा दी गई है। बालुरघाट में ट्रेनों, यात्रियों और यहां तक कि केंद्र और राज्य सरकार कर्मियों सहित रेलवे कर्मचारियों को भी जांच से गुजरना पड़ रहा है। इसके अलावा आरपीएफ और जीआरपी के जवान रेलवे स्टेशनों पर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। इससे कुली, यात्री, दुकानदार आदि किसी संदिग्ध व्यक्ति अथवा गतिविधि की सूचना तुरंत बल के जवानों को देने के लिए कहा गया है, जिससे किसी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
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