जज की सेवानिवृत्ति उम्र पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए : एससीबीए अध्यक्ष
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि जजों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष उनके कानूनी अनुभव को बर्बाद करती है। उन्होंने न्यायमूर्ति अभय एस. ओका को प्रगतिशील जज बताया और कहा कि...

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने शुक्रवार को कहा कि शीर्ष अदालत के जज के लिए 65 वर्ष की सेवानिवृत्ति आयु उनके कानूनी अनुभव को बर्बाद करना है। सिंह ने न्यायमूर्ति अभय एस. ओका के सम्मान में आयोजित एससीबीए के कार्यक्रम में उन्हें सबसे प्रगतिशील जज में से एक बताया। उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से महसूस करता हूं कि 65 वर्ष की आयु सेवानिवृत्त होने की कोई उम्र नहीं है। मुझे लगता है कि यह निश्चित रूप से एक ऐसा मामला है जिस पर सरकार को पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। उन्होंने न्यायमूर्ति ओका के फैसलों को ‘अद्भुत कार्य बताया।
उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति ओका ‘आम आदमी और ‘आम वकील को राहत देने के लिए तैयार रहते थे, बशर्ते मामला उनके पक्ष में बनता हो।
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