राम मंदिर पर हमला करना चाहता था रहमान, संदिग्ध आतंकी को 14 दिन की जेल; UAPA का केस भी दर्ज
फरीदाबाद से दो हैंड ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को गुरुवार को सेक्टर-12 स्थित जिला अदालत में पेश किया गया। वहां से आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नीमका जेल भेजा गया है। इस मामले में अब अगली सुनवाई 27 मार्च को होगी।

फरीदाबाद से दो हैंड ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को गुरुवार को सेक्टर-12 स्थित जिला अदालत में पेश किया गया। वहां से आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नीमका जेल भेजा गया है। इस मामले में अब अगली सुनवाई 27 मार्च को होगी। आरोपी को 2 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। फिर उससे रिमांड पर लेकर 10 दिनों तक पूछताछ की गई। इस मामले की जांच की जा रही है। वहीं, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ यूएपीए की धाराओं के तहत भी मामला दर्ज किया है।
सूत्रों की मानें तो आरोपी अब्दलु रहमान से यूपी एटीएस की टीम भी पूछताछ कर चुकी है। इस दौरान उसके करीब दो बैंक खाता खंगाले गए हैं। बताया जा रहा है कि बैंक खाता में कहां से पैसे आए और मोबाइल फोन पर उसे वीडियो किस-किस देश से किसने भेजा, इसकी जांच की जा रही है। उससे बरामद उसके दोनों मोबाइल फोन को इंडियन साइबर कोर्डिनेशन सेंटर के समन्वय पोर्टल पर भेजा गया है। बताया जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर उसे दोबारा रिमांड पर लिया जा सकता है और पूछताछ की जाएगी।
बीते दस दिनों तक की गई पूछताछ में आरोपी को मौका मुआयना कराने के लिए दिल्ली के नई दिल्ली स्टेशन, निजामुद्दीन स्थित मरकज आदि स्थानों पर ले जाया गया।
नहीं मिली हैंडलर की जानकारी
सूत्रों की मानें तो संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान से पूछताछ में सुरक्षा एजेंसी को कुछ खास हाथ नहीं लगा है। जांच एजेंसी उसके मोबाइल फोन की जांच और पूछताछ के बावजूद स्लीपर सेल की जानकारी नहीं जुटा पाई है। अभी तक जांच एजेंसी यह पता नहीं लगा पाई है कि वह किसके कहने फरीदाबाद आया।
जेल में विशेष सुरक्षा रहेगी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अदालत में पेश करने के बाद गुरुवार शाम अब्दुल रहमान को नीमका जेल भेजा गया। बताया जा रहा है कि उसे जेल में सबसे अलग सेल में रखा गया है। उसपर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जाएगी। जेल में कर्मचारियों की मौजूदगी में ही उसे सेल से बाहर-भीतर करने दिया जाएगा।
यूएपीए के तहत मामला दर्ज
पीटीआई के अनुसार, हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान के खिलाफ 1967 के गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अब इस मामले की जांच एसीपी रैंक के अधिकारी करेंगे।
पलवल एसटीएफ ने जांच के दौरान अब्दुल रहमान की निशानदेही पर चार और मोबाइल फोन जब्त किए। उसे दो फोन के साथ गिरफ्तार किया गया था और ग्रेनेड बरामद किए गए थे।
एसटीएफ के एक सदस्य ने कहा, ‘‘संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान ने खुलासा किया कि उसने करीब एक साल पहले इस्लामिक स्टेट (आईएस) की क्षेत्रीय शाखा इस्लामिक स्टेट-खोरासन प्रांत (आईएसकेपी) नामक आतंकवादी संगठन जॉइन किया था, जो सलाफी जिहादी ग्रुप इस्लामिक स्टेट (आईएस) की एक क्षेत्रीय शाखा है।’’
एसटीएफ सदस्य ने कहा, “आतंकवादी संगठन द्वारा वीडियो कॉल के माध्यम से दी गई ट्रेनिंग से प्रेरित होकर उसने राम मंदिर की रेकी भी की और उसके फोन में कई वीडियो मिले।”
एक सूत्र के अनुसार, आतंकी संगठन ने 6 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर राम मंदिर पर हमले की योजना बनाई थी। अब्दुल रहमान को 4 मार्च को ग्रेनेड के साथ अयोध्या लौटना था, लेकिन उससे पहली ही गुजरात एटीएस और पलवल एसटीएफ की संयुक्त टीम ने पिछले रविवार को गिरफ्तार किया था।