NDA से नाता तोड़ते ही रची गई आकाली दल को खत्म करने की साजिश, दोबारा अध्यक्ष बनते ही गरजे सुखबीर बादल
- बादल ने आरोप लगाया कि केंद्र ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को हथियाने के लिए उसके नेताओं को बीजेपी में शामिल कर लिया और हरियाणा में एक नई गुरुद्वारा कमेटी बना दी।

अमृतसर में शिरोमणि अकाली दल के अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष के रूप में दोबारा निर्विरोध चुने गए सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को आरोप लगाया कि जब से उनकी पार्टी ने 2020 में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से नाता तोड़ा, तभी से उसे खत्म करने की साजिश शुरू हो गई थी। उन्होंने इसे एक सोची-समझी साजिश बताया और कहा कि बीते छह महीनों में इस साजिश को और तेजी से अंजाम दिया गया है।
बादल ने कहा, "हमने किसानों के हक में एनडीए छोड़ा था। जब तक हम एनडीए में थे, तब तक केंद्र को किसी भी अन्याय को अंजाम देने नहीं दिया। लेकिन उसके बाद केंद्र ने अपने लोगों को आगे कर दिया। श्री हजूर साहिब और पटना साहिब जैसे गुरुद्वारा बोर्ड्स को अपने नियंत्रण में लाने की कोशिश की गई।"
बीजेपी पर बोला हमला?
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को हथियाने के लिए उसके नेताओं को बीजेपी में शामिल कर लिया और हरियाणा में एक नई गुरुद्वारा कमेटी बना दी। बादल ने जत्थेदारों पर भी निशाना साधा और कहा, "कुछ जत्थेदार, जिन्हें पंथिक हितों के रक्षक की भूमिका में होना चाहिए था, उन्होंने इन ताकतों के इशारे पर काम किया और पंथ के फैसलों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।"
उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को बधाई देते हुए कहा कि "कमेटी ने हमारे तख्तों से उन ताकतों का कब्जा हटाया जो सिख विरोधी थीं।" सुखबीर बादल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि 2027 में शिअद को फिर से सत्ता में लाने की तैयारी करें। उन्होंने वादा किया कि अगली सरकार माफिया राज और गैंगस्टर कल्चर का पूरी तरह खात्मा करेगी। साथ ही पंजाब को देश का नंबर एक राज्य बनाने और सभी वर्गों, किसानों से लेकर कमजोर तबकों तक को उनका हक दिलाने की बात कही।
बादल ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की बरसी 25 अप्रैल को लंबी में मनाए जाने की भी घोषणा की और पार्टी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ को पार्टी के संकट काल में दिए गए योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
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