रणथंभौर में टाइगर का हमला ड्यूटी पर तैनात रेंजर की मौत, इलाके में दहशत
सवाई माधोपुर के रणथंभौर टाइगर रिजर्व से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां टाइगर के हमले में ड्यूटी पर तैनात रेंजर देवेंद्र चौधरी की मौत हो गई।

सवाई माधोपुर के रणथंभौर टाइगर रिजर्व से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां टाइगर के हमले में ड्यूटी पर तैनात रेंजर देवेंद्र चौधरी की मौत हो गई। यह हादसा रविवार दोपहर जोन नंबर-3 के जोगी महल क्षेत्र में हुआ। जानकारी के अनुसार, देवेंद्र ट्रैकिंग के दौरान यज्ञशाला के पास पहुंचे थे, जहां छोटी छतरी के नजदीक टाइगर ने उन पर घातक हमला कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टाइगर ने रेंजर की गर्दन पर दांतों और नाखूनों से वार किया और करीब 20 मिनट तक उनके शव पर बैठा रहा। मौके पर मौजूद वनकर्मियों ने काफी प्रयास के बाद टाइगर को वहां से हटाया। गंभीर रूप से घायल देवेंद्र को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
देवेंद्र चौधरी हाल ही में रेंजर पद पर प्रमोट हुए थे और पिछले आठ वर्षों से वन विभाग में कार्यरत थे। उन्होंने अपने पिता की जगह नौकरी जॉइन की थी और अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। उनके परिवार में पत्नी और डेढ़ साल का एक बेटा है। घटना के बाद पूरे विभाग में शोक की लहर है।
फॉरेस्ट गार्ड अमित ने बताया कि वह देवेंद्र को जोगी महल गेट के पास छोड़कर गुढ़ा नाका लौट गए थे। इसी दौरान बाघिन सिद्धि के शावकों की मूवमेंट क्षेत्र में देखी गई थी। आशंका है कि शावकों की मौजूदगी के चलते टाइगर आक्रामक हो गया और हमला कर दिया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमला किस टाइगर ने किया।
यह पहला मौका नहीं है जब रणथंभौर में टाइगर ने इंसान पर हमला किया हो। बीते महीने 16 अप्रैल को भी टाइगर ने त्रिनेत्र गणेश मंदिर से लौट रहे एक 7 वर्षीय बच्चे को मार डाला था। अमराई वन क्षेत्र में हुए इस हमले में टाइगर ने बच्चे की गर्दन पर पंजा रखकर काफी देर तक बैठा रहा।
लगातार हो रहे इन हमलों ने टाइगर रिजर्व की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वन विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है और टाइगर की पहचान की जा रही है। साथ ही क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई है