सुप्रीम पावर वाली बहस पर कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'ना ही संसद और ना ही कार्यपालिका सुप्रीम है। संविधान ही सुप्रीम है। संविधान के प्रावधानों की ही सुप्रीम कोर्ट ने व्याख्या की है। यही कानून है, जो अब तक देश ने समझा है।'
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सुप्रीम कोर्ट को लेकर दिए अपने बयान की आलोचना के बीच फिर से खुलकर राय जाहिर की है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि संसद में लोकतंत्र सुप्रीम है और उससे ऊपर कोई भी अथॉरिटी नहीं है।
कपिल सिब्बल ने उपराष्ट्रपति धनखड़ पर पलटवार करते हुए कहा कि आपने कह दिया कि आर्टिकल 142 न्यूक्लियर मिसाइल है, यह कैसे कह सकते हैं? आपको पता है कि आर्टिकल-142 द्वारा सुप्रीम कोर्ट को संविधान ने हक दिया है ना कि किसी सरकार ने, ताकि न्याय हो।
संविधान का अनुच्छेद 142 उच्चतम न्यायालय को अपने समक्ष किसी भी मामले में ‘पूर्ण न्याय’ सुनिश्चित करने हेतु आदेश जारी करने की शक्ति देता है। इस शक्ति को उच्चतम न्यायालय की ‘पूर्ण शक्ति’ के रूप में भी जाना जाता है।
जज के घर मिले कैश मामले में धनखड़ ने कहा कि हमें खुद से कुछ सवाल पूछने होंगे। क्या देरी के लिए कोई सफाई दी जा सकती है? क्या यह माफी योग्य है? क्या इससे कुछ बुनियादी सवाल नहीं उठते?
पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार यह निर्धारित किया था कि राष्ट्रपति को राज्यपाल द्वारा भेजे गए विधेयकों पर प्राप्त होने की तिथि से तीन माह के अंदर निर्णय ले लेना चाहिए।
गुरुवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सदन का माहौल उस वक्त मजाकिया हो गया, जब सभापति जगदीप धनखड़ ने बीएसएनल पर मजेदार टिप्पणी कर दी। उन्होंने बीएसएनएल का नया नामकरण किया।
बखोरापुर के उद्योगपति और भाजपा नेता अजय कुमार सिंह ने नई दिल्ली में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विषयों पर चर्चा की और उप राष्ट्रपति की सोच और नेतृत्व से प्रभावित...
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भोपाल गैस त्रासदी को बड़ी पर्यावरणीय लापरवाही बताया। उन्होंने कहा कि इससे परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी जेनेटिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं और भूजल अभी भी दूषित है। उन्होंने...
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी पर ‘‘आक्षेप लगाने’’ का आरोप लगाते हुए शाह के खिलाफ नोटिस दिया था।