Bijnor s Heritage Attractions 500-Year-Old Banyan Tree Dolphins and More बिजनौर संजोए हैं 500 साल पुराना बरगद का पेड़, Bijnor Hindi News - Hindustan
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बिजनौर संजोए हैं 500 साल पुराना बरगद का पेड़

Bijnor News - बिजनौर में कई धरोहरें लोगों का ध्यान खींच रही हैं। धींवरपुरा गांव में 500 साल पुराना वटवृक्ष है, जिसे विरासत वृक्ष घोषित किया गया है। इसके अलावा, गंगा बैराज में 52 डॉल्फिन और अमानगढ़ में 32 बाघ हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिजनौरFri, 18 April 2025 02:44 AM
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 बिजनौर संजोए हैं 500 साल पुराना बरगद का पेड़

बिजनौर में कई धरोहर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। बिजनौर कई धरोहर संजोए हुए हैं। जिसमें से एक चांदपुर-जलीलपुर के पास धींवरपुरा गांव में 500 साल पुराना बरगद का पेड़ है। इस पेड़ को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। जिले के अधिकारी इस विरासत वृक्ष को संजोए हुए हैं। इसके अलावा अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगल और धामपुर में रैनी के फोरेस्ट लोगों का ध्यान अपनी और खींच रहे हैं। बिजनौर कई धरोहर को संजोए हुए हैं। जलीलपुर के गांव धींवरपुरा में करीब 500 साल पुराना बरगद का पेड़ आकर्षण का केन्द्र बना है। अफसरों के मुताबिक यह वटवृक्ष लगभग 4 बीघा में फैला है। देखने में यह घने बाग जैसा दिखता है। इस वटवृक्ष को विरासत वृक्ष घोषित किया गया है। इसके अलावा बिजनौर में गिद्ध, सारस, बारह सिंघा और अमानगढ़ में 32 बाघ मौजूद है।

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गंगा बैराज में अटखेलियां कर रही 52 डॉल्फिन

गंगा बैराज में भी लगातार डॉल्फिन की संख्या बढ़ती जा रही है। वर्तमान में गंगा बैराज में करीब 52 डॉल्फिन मौजूद है। गंगा बैराज में डॉल्फिन का कुनबा लगातार तेजी से बढ़ रहा है। वहीं वन विभाग की टीम शिकारियों पर भी नजर बनाकर रखे हुए हैं।

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कमल के फूल से लेकर बड़ी संख्या में मौजूद है मोर

डीएफओ ज्ञान सिंह ने बताया कि जिले के तालाबों और झीलों में कमल का फूला आकर्षण का केन्द्र है। बड़ी संख्या में तालाबों और झीलों की सुंदरता को कमल का फूल बढ़ा रहा है। वहीं ल्जििले में हजारों की संख्या में मोर घूम रहे हैं।

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कई धरोहर से बिजनौर को मिली पहचान

सैक्रेड हार्ट चर्च राजा का ताजपुर

विदुर कुटी

पारसनाथ का किला

गंगा बैराज

गांव धींवरपुरा में ऐतिहासिक वटवृक्ष

गल्खा मंदिर

मेनका ताल

नजीबुद्दौला का किला

अमानगढ़ टाइगर रिजर्व

जोगीरमपुरा की दरगाह

मोरध्वज का किला

सीता बनी चांदपुर

हैदरपुर अभ्यारण्य

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कोट ---

चांदपुर-जलीलपुर के गांव धींवरपुरा में वटवृक्ष आकर्षण का केन्द्र है। यह वटवृक्ष करीब 500 साल पुराना है। इसे विरासत वृक्ष घोषित किया गया है। इसके अलावा बिजनौर कई धरोहर को संजोए हैं। अमानगढ़ में 32 बाघ और गंगा बैराज पर 52 डॉल्फिन है। वहीं बिजनौर के तालाबों और झीलों की शोभा कमल के फूल बढ़ा रहे हैं। बिजनौर में हजारों की संख्या में मोर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं।

ज्ञान सिंह, डीएफओ बिजनौर।

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