बोले देवरिया : सड़क बनी न नाली, बांस-बल्ली के सहारे बिजली की सप्लाई
Deoria News - Deoria News: वार्ड नं. 7 देवरिया खास पश्चिमी में आने वाले रजला मोहल्ला को नगर पालिका में शामिल हुए तीन वर्ष हो गए हैं, लेकिन इस मोहल्ले के लोगों को बु
देवरिया। वार्ड नं. 7 देवरिया खास पश्चिमी का रजला मोहल्ला 22 टोले में फैला है। इस मोहल्ले में करीब 10 हजार की आबादी रहती है। ग्राम पंचायत के रूप में लंबे समय तक अस्तित्व में रहा रजला गांव जब शहर का मोहल्ला बना तो यहां के लोगों को उम्मीद जगी कि अब उन्हें भी शहर की तरह बिजली-पानी और सड़क की सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन तीन साल बीत गए आज भी उनका यह आस पूरी होती नहीं दिख रही है। रजला मोहल्ले की गेनिया देवी कहती हैं कि नगर पालिका में यह मोहल्ला शामिल तो हो गया, लेकिन सुविधाएं कुछ नहीं मिल सकीं।
चुनाव के समय विकास की गंगा बहाने का आश्वासन देकर नेताओं ने वोट तो ले लिया, लेकिन यहां की वास्तविक स्थित से रूबरू होना नेताओं ने शायद ठीक नहीं समझा। मोहल्ले में आज तक नाली का निर्माण नहीं हो सका है। यहां के लोग अपने घरों के सामने गड्ढा खोदकर गंदा पानी बहाने को विवश हैं। गड्ढों में गंदा पानी भर जाने पर मोहल्लावासी उसे बाल्टी से निकालकर बाहर फेंकते हैं। मोहल्ले के चैतु, अमरजीत सहित अन्य लोगों के घर के सामने नाली का पानी गड्ढे में ही बह रहा है। यही हाल मोहल्ले की अधिकांश सड़कों का है। ज्यादातर सड़कें जर्जर हालत में हैं। गिट्टियां उखड़ कर बिखर गई हैं। मुन्ना राजभर कहते हैं कि बाइक चालक इस सड़क पर अक्सर गिरकर चोटिल हो जाते हैं। मोहल्ले के हरिजन बस्ती में जाने वाली सड़क का खड़ंजा भी पूरी तरह उखड़ गया है। विद्युत व्यवस्था भी लचर हालत में है। बेचू प्रसाद बताते हैं कि अधिकांश लोग बांस-बल्लियों के सहारे केबल खींच कर ले गए हैं। बार-बार कहने के बावजूद विद्युत विभाग खंभे नहीं लगवा रहा है। सड़क किनारे फेंका जा रहा कूड़ा रजला मोहल्ले में सफाई व्यवस्था भी भगवान भरोसे है। जानकी देवी बताती हैं कि मोहल्ले में कभी सफाई कर्मी आते हैं तो कभी नहीं। यही नहीं सफाईकर्मियों द्वारा मोहल्ले से निकलने वाला कूड़ा सड़कों के किनारे ही गिरा दिया जाता है, जो हवा से उड़कर इधर-उधर फैलता है। सफाईकर्मियों के रोज न आने से लोग खुद घरों के सामने सफाई करते हैं। हाईटेंशन लाइन के खम्भे के बीच बनी है सड़क रजला मोहल्ले में कुर्मीटोला की तरफ जाने वाली आरआरसी सड़क विकास के नाम पर मजाक है। हाईटेंशन लाइन के खम्भे के नीचे से सड़क बना दी गई है। टावर के नीचे से गुजरी इस सड़क से बाइक व ई-रिक्शा को छोड़कर कोई वाहन नहीं गुजर पाता है। इसे देख कर यहां से गुजरने वाले भी हैरत में पड़ जाते हैं। नहीं आता है सप्लाई का पानी रजला मोहल्ले के कई हिस्सों में आज भी सप्लाई का पानी नहीं आता है। लोग हैण्डपम्प के सहारे हैं। आशा देवी बताती हैं कि मोहल्ले में जलकल के पानी के लिए पाइप लगाकर छोड़ दिया गया हैै। अगर कहीं पानी आ भी रहा है तो वहां टोंटी ही नहीं है, जिससे पानी बर्बाद हो रहा है। मुख्य सड़क भी है अधूरी मोहल्ले की मुख्य सड़क भी अधूरी पड़ी है। आधा निर्माण कर छोड़ दिया गया है। इससे सड़क पर गाड़ियों के चलने पर धूल उड़ता है और वाहन हिचकोले खाते हैं। यदि बरसात से पहले सड़क का निर्माण पूरा नहीं हुआ तो लोगों को दुर्गती झेलनी पड़ेगी। शिकायतें 1. मोहल्ले की अधिकांश सड़कें जर्जर हालत में हैं। उस पर बाइक और पैदल चलने में भी परेशानी होती है। 2. मोहल्ले में नाली का निर्माण न होने से लोग घरों के सामने गड्ढा खोदकर व खाली जमीनों में पानी बहा रहे हैं। 3 मोहल्ले में फागिंग न होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, नाली के पानी के बीच मच्छर पनप रहे हैं। 4. मोहल्ले में अधिकाश जगहों पर विद्युत तार लटके हुए हैं। बिजली आपूर्ति भी गांव जैसी ही मिलती है। 5. मोहल्ले में अधिकांश लोगों के पास आज भी पक्का मकान नहीं है। लोग टीनशेड और झोपड़ी में रहने के लिए मजबूर हैं। सुझाव 1. मोहल्ले के सभी घरों तक पाइप लाइन से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, जो सड़कें जर्जर हैं उनकी भी मरम्मत हो। 2. जिन जगहों पर नाली नहीं है वहां नाली का निर्माण हो, ताकि घरों का गंदा पानी आसानी से निकल सके। 3 मोहल्ले में समय-समय पर फागिंग हो, जिससे मच्छरों का प्रकोप कम हो और लोगों को राहत मिल सके। 4. विद्युत तारों को घरों तक लेजाने के लिए खम्भे की व्यवस्था हो। शहर जैसी बिजली की आपूर्ति की जाए। 5. जिनके पास पक्का मकान व शौचालय नहीं है, उनका सर्वे कराकर इस सुविधा का लाभ दिया जाए। बोले नागरिक रजला मोहल्ले को नगर पालिका में शामिल हुए करीब तीन वर्ष हो गए, लेकिन आज भी शहर जैसी सुविधा हमें नहीं मिलती है। - प्रदीप मोहल्ले में सिर के ऊपर से बिजली के केबल गुजरे हुए हैं। इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। गांव वाली भी सुविधा यहां नहीं है। - महेश राजभर मोहल्ले में नाली के पानी के निकासी का कोई प्रबंध नहीं है। घरों से निकलने वाला नाली का पानी घर के सामने गड्ढे या खेत में बहाना पड़ता है। - मुन्ना राजभर नाली की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। घरों से निकलने वाला नाली का पानी घर के सामने ही गड्ढे में इकट्ठा हो रहा है, उसे निकलकर फेंकना पड़ता है। - झीनकानी देवी मोहल्ले में प्रकाश की व्यवस्था नहीं है। शाम ढलते ही चारों तरफ अंधेरा छा जाता है, लोगों को बाहर निकलने में परेशानी होती है। - पार्वती देवी मोहल्ले को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए एक भी ढंग की सड़क नहीं है। पहले की बनी सड़कें जगह-जगह टूटी हुई हालत में हैं। - गोविन्द राजभर मेरे घर आज भी शौचालय का निर्माण नहीं हो सका है, इसलिए हम लोग जरूरत पड़ने पर खेतों की तरफ जाते हैं, बरसात में और दिक्कत होती है। -राजेन्द्र मेरे पास रहने के लिए पक्का मकान नहीं है, मेरा परिवार टिनशेड के कमरे में ही रहता है। बरसात के दिनों में टिनशेड टपकने लगता है। -बेचू प्रसाद मोहल्ले मे विद्युत व्यवस्था ठीक नहीं है, बांस के सहारे ही मेरे घर तक तार आया हुआ है। तेज हवा के कारण कई बार तार गिर भी जाता है। - मोहन राजभर टोटी में कभी पानी ही नहीं आता है, जिससे लोगों को परेशानी होती है। लोग हैण्डपम्प के सहारे ही पानी की जरूरतों को पूरा करते हैं। - कमलावती देवी सफाईकर्मी कभी नियमित रूप से नहीं आते हैं और न ही कूड़ा उठाने वाली गाड़ी आती है, जिससे लोग इधर- उधर कूड़ा फेंक देते हैं। - पुष्पा देवी हमारे अलावा सैकड़ों परिवार ऐसे हैं जिन्हें शौचालय बनाने को अनुदान नहीं मिला है। शौचालय के लिए खेतों की तरफ जाना पड़ता है। - पूनम देवी हमारा गांव नगर पालिका में आया तो विकास की उम्मीदें जगी थीं, लेकिन अभी तक निराशा ही हाथ लगी है। बिजली गांव जैसी मिलती है। - जड़ावती देवी सबसे बड़ी समस्या नाली की है, आज तक मोहल्ले में नाली का निर्माण नहीं हो सका है। लोग घरों के सामने गड्ढा खोदकर ही पानी बहा रहे हैं। -रमावती देवी नगर पालिका में गांव को शामिल हुए तीन वर्ष का समय हो चुका है, लेकिन आज तक एक भी बार मोहल्ले में फागिंग नहीं हुआ है। -सीमा देवी सड़कों के किनारे झाड़ झंखाड फैला है, जिसमें से कीड़े-मकोड़ों के निकलने का डर रहता है। प्रकाश की भी व्यवस्था नहीं हो सकी है। - रामअशीष बोले जिम्मेदार मोहल्ले में नाली की सबसे बड़ी समस्या है, जिसके लिए करीब 12 सौ मीटर तक नाले का निर्माण कराया गया है। वहीं एक हजार मीटर के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। नाला बनने के बाद मोहल्ले के नालियों को उसमें जोड़ कर समस्या का समाधान किया जाएगा। वहीं बिजली की समस्या पहले से बेहतर हुई है, जहां दिक्कत है वहां भी जल्द ही ठीक कराया जाएगा। संजय गुप्ता, सभासद, देवरिया खास पश्चिमी जो नए इलाके शहर में शामिल हुए हैं वहां के विकास प्राथमिकता में हैं। इसके लिए संबंधित सभासद से भी वार्ता की जाती है। इसके आधार पर कार्ययोजना तैयार की जाती है। रजला मोहल्ला नया है ऐसे में कुछ दिक्कतें स्वभाविक हैं। जल्द ही यहां की सड़कें ठीक कराई जाएंगी। इसके अलावा नाला का निर्माण भी कराया जाएगा। सफाईकर्मियों को मोहल्लों में नियमित रूप से भेजा जाता है। यदि इसके बावजूद कोई लापरवाही कर रहा है तो उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। - संजय कुमार तिवारी, अधिशासी अधिकारी, देवरिया
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