फतेहपुर ट्रिपल मर्डर: किसान नेता, भाई और बेटे के शरीर में मिले 52 छर्रे, 4 घंटे तक चला पोस्टमार्टम
- Fatehpur Triple Murder: फतेहपुर में प्रधानी चुनाव की रंजिश में मंगलवार सुबह हुई किसान नेता, उनके भाई और बेटे की हत्या के बाद तीनों के शवों का पोस्टमार्टम हुआ। तीनों के शरीर पर मिले 52 छर्रे मिले।

फतेहपुर में हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव में प्रधानी चुनाव की रंजिश में मंगलवार सुबह हुई किसान नेता, उनके भाई और बेटे की हत्या के बाद तीनों के शवों का पोस्टमार्टम हुआ। तीनों के शरीर पर मिले 52 छर्रों से पता चलता है कि आरोपी पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू सिंह का मकसद हत्या और केवल हत्या ही करना था। इसी वजह से उसने अपने बेटों और अन्य साथियों के साथ मिलकर किसान नेता विनोद कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह को एक के बाद एक चार गोलियां मारीं। उनके सिर, सीने, पीठ और अंडकोष तक में करीब 30 छर्रे फंसे पाए गए। उनका लिवर भी पंक्चर हो गया था। इसी तरह उनके बेटे अभय सिंह के सीने में दो गोलियां मारी गईं। उसके शरीर से 12 छर्रे निकले। भाई अनूप सिंह को केवल एक गोली मारी गई, वह भी कनपटी पर। 10 छर्रे धंसने से उसका भेजा उड़ गया था। करीब चार घंटे तक चले पोस्टमार्टम में डॉक्टर भी छर्रे गिनते रह गए।
हत्या के बाद तीन शवों को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जिला अस्पताल में एक्सरे के लिए लाया गया। एक्सरे के बाद पोस्टमार्टम के लिए शव पहुंचे। एसीएमओ डॉ. इस्तियाक सहित तीन डॉक्टरों के गठित पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच मंगलवार रात करीब साढ़े सात बजे से पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू की, जो करीब साढ़े 11 बजे तक चली। हत्याकांड में देशी तमंचे का प्रयोग किया है। पोस्टमार्टम बाद बुधवार भोर पहुंचे शवों को ग्राम प्रधान के घर के सामने रखा गया।
बुलडोजर पहुंचने पर मच गया हड़कंप
सुबह बुलडोजर पहुंचा। ग्रामीणों को लगा कि मुख्य आरोपी पूर्व प्रधान मुन्नू सिंह के घर पर बुलडोजर चलाने की तैयारी है। लेकिन बुलडोजर वारदात में नामजद विपुल उर्फ ज्ञान सिंह के घर की तरफ बढ़ा। यहां विपुल सिंह के घर के सामने बहन मुकुल सिंह के बने टीनशेड वाले छोटे से मकान को गिरा दिया। प्रशासन ने इसे नवीन परती की जमीन पर अवैध निर्माण होने की बात कही।