एनकाउंटर का खौफ; बेटी के सिर पर हाथ रख अपराध से तौबा, एसपी से जान बख्शने की गुहार
यूपी में लगातार हो रहे एनकाउंटर से अपराधियों में खलबली मची है। शातिर अपराधी परिवार के साथ पुलिस अधिकारियों के पास पहुंच रहे हैं और अपराध से तौबा की कसम खा रहे हैं। ऐसा ही नजारा गुरुवार को मैनपुरी में देखने को मिला।

यूपी में एनकाउंटर का खौफ अपराधियों के सिर चढ़कर बोल रहा है। यही कारण है कि शातिर लुटेरे भी अपराध से खुलेआम तौबा कर रहे हैं। शुक्रवार को ऐसा ही नजारा मैनपुरी में नजर आया। मैनपुरी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम नगला मूले निवासी शातिर अपराधी दलवीर सिंह राजपूत ने गुरुवार को अपनी पत्नी सुषमा और बच्चों के साथ एसपी ग्रामीण राहुल मिठास के कार्यालय में पहुंचा। एसपी के सामने दलवीर हाथ जोड़कर खड़ा हो गया और कहने लगा कि उसके खिलाफ लूट, चोरी आदि अपराधों के 36 मुकदमे दर्ज हैं। वह 6 माह पहले जेल गया था और 7 दिन पहले 15 मई को जमानत पर जेल से बाहर आया है।
घर आकर उसकी पत्नी और बच्चे बिलख-बिलख कर रोए। पत्नी और बच्चों ने कहा कि अब बस बहुत हो गया मेहनत की कमाई से जीवन जियो। पुलिस का खौफ और पत्नी-बच्चों के आंसू से उसका भी दिल बदल गया। अपनी बच्ची के सिर पर हाथ रखकर कहा कि अब वह कोई अपराध नहीं करेगा। मेहनत मजदूरी करके बच्चों को पढ़ाएगा।
पुलिस का सहयोग तो पुलिस नहीं भेजेगी जेल
एसपी राहुल मिठास ने दलवीर की बातों को सुनकर कहा कि वह अपराध नहीं करेगा इसका भरोसा उसे पुलिस को दिलाना पड़ेगा। पुलिस उसे गलत मुकदमे में जेल नहीं भेजेगी, यदि वह परिवार के साथ शांति से रहना चाहता है और पुलिस का सहयोग करेगा तो पुलिस उसे परेशान नहीं करेगी। एसपी ने उससे कहा कि वह कोतवाली जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा। एसपी ने दलवीर की इस कोशिश की सराहना की और कहा कि पुलिस के अभियान का नतीजा है कि इतना बड़ा अपराधी अब शांति से रहना चाहता है।
पत्नी बोली- समाज के लोग दूसरी नजरों से देखते हैं
पुलिस ऑफिस के बाहर दलवीर की पत्नी सुषमा आंखों में आंसू भरकर बोली कि समाज के लोग उसे दूसरी नजरों से देखते हैं। बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही। वह गांव में परचून की छोटी से दुकान खोलकर दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर पाती है। जेल से घर आए पति को उसने समझाया और कसम दिलाई कि अब वह कोई और अपराध नहीं करेगा तो पति उसकी बात मानकर एसपी के पास आ गए।
एसपी ग्रामीण राहुल मिठास के अनुसार मैनपुरी पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसने का अभियान चला रखा है। अपराधी या तो जेल में हैं या फिर मैनपुरी छोड़कर भागे हुए हैं। अपराधी दलवीर ने पुलिस के सामने फिर से अपराध न करने की कसम खाई है। वह बच्चों को लेकर आया था। मुख्य धारा में लौटने के लिए पुलिस उसकी मदद करेगी।