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यूपी के 5 लाख श्रमिकों के लिए खुशखबरी, मिलेगा फ्री इलाज; 8 कैटेगरी के कामगार होंगे कवर

  • केंद्र सरकार ने गिर्ग वर्करों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने का ऐलान किया था। ये वे कामगार हैं, जो किसी ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिए काम करते हैं। इनमें कैब ड्राइवर, डिलीवरी ब्वॉय सहित कुल आठ श्रेणियों में शामिल किए गए कामगार शामिल हैं। इन कामगारों को पहली बार सुरक्षा कवच मिलने जा रहा है।

Ajay Singh राजकुमार शर्मा, लखनऊWed, 23 April 2025 03:15 PM
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यूपी के 5 लाख श्रमिकों के लिए खुशखबरी, मिलेगा फ्री इलाज; 8 कैटेगरी के कामगार होंगे कवर

यूपी के करीब पांच लाख लोगों को जल्द सामाजिक सुरक्षा मिल जाएगी। असंगठित क्षेत्र के इन कामगारों को पहली बार सुरक्षा कवच मिलने जा रहा है। केंद्र के ऐलान के बाद यूपी में गिग वर्करों जिन्हें प्लेटफार्म वर्कर भी कहा जाता है, के ई-लेबर कार्ड बनाने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके लिए प्रदेश में अभियान चलाया गया है। ई-लेबर कार्ड धारक गिग वर्करों को जल्द आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा भी मिल जाएगी।

केंद्र सरकार ने गिग वर्करों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने का ऐलान किया था। यह वे कामगार हैं, जो किसी ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिए काम करते हैं। इसके बदले उन्हें पारिश्रमिक तो प्राप्त होता है किंतु इनके व नियोक्ता के बीच कर्मचारी और सेवायोजक का संबंध नहीं होता। इनमें कैब ड्राइवर, डिलीवरी ब्वॉय सहित कुल आठ श्रेणियों में शामिल किए गए कामगार शामिल हैं। हालिया वर्षों में ऐसे कामगारों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है और यह सिलसिला जारी है।

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कामगारों को भी सरकारी लाभ दिलाने की तैयारी

निकट भविष्य में निर्माण श्रमिकों की तर्ज पर इन कामगारों को भी सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की तैयारी है। इसके लिए नियमावली भी तैयार की जा रही है। इसके बाद सभी सरकारी योजनाओं के लाभ के साथ ही आयुष्मान योजना आदि का लाभ भी मिलेगा।

केंद्र सरकार ने ई-श्रम पोर्टल पर अलग मॉड्यूल बनाकर गिग वर्करों के पंजीकरण की व्यवस्था की है। पंजीकृत कामगारों के ही ई-लेबर कार्ड बनाए जाने हैं। प्रदेश में यह सिलसिला शुरू हो चुका है। इसके लिए श्रम विभाग के सामाजिक सुरक्षा बोर्ड की तरफ से 10 दिवसीय अभियान चलाया गया। अभी तक 5375 गिग वर्करों का पंजीकरण कर उनके ई-लेबर कार्ड बनाए गए हैं।

5375 का हुआ पंजीकरण

केंद्र सरकार ने ई-श्रम पोर्टल पर अलग मॉड्यूल बनाकर गिग वर्करों के पंजीकरण की व्यवस्था की है। पंजीकृत कामगारों के ही ई-लेबर कार्ड बनाए जाने हैं। प्रदेश में यह सिलसिला शुरू हो चुका है। इसके लिए श्रम विभाग के सामाजिक सुरक्षा बोर्ड की तरफ से 10 दिवसीय अभियान चलाया गया। अभी तक 5375 गिग वर्करों का पंजीकरण कर उनके ई-लेबर कार्ड बनाए गए हैं।

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इन आठ श्रेणियों के कामगार शामिल

सेवा के आधार पर नियोक्ताओं या एग्रीगेटरों को आठ श्रेणियों में बांटा गया है। इनमें राइड शेयरिंग सर्विस, जिसमें ओबा, उबर, क्विक राइड सहित अन्य शामिल हैं। दूसरा फूड एंड लॉजिस्टिक डिलीवरी, जिसमें जोमेटो, स्विगी, ब्लिंकिट, बिग बॉस्केट आदि हैं। तीसरी लॉजिस्टिक सर्विस है, जिसमें एक्सप्रेसबीस, एक्सप्रेस लॉजिस्टिक शामिल हैं। चौथा ई-मार्केट प्लेस है, जिसके तहत अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, ई-वे शॉप, मिंत्रा आदि ऑनलाइन प्लेटफार्म आते हैं। पांचवी श्रेणी प्रोफेशनल है जिसमें अरबन कंपनी, जेरोधा, एरजेल ब्रोकिंग, बाइजूज सहित अन्य शामिल हैं। छठा हेल्थकेयर है, जिसमें प्रोस्टो, नाइका, मेडलाइफ आदि प्लेटफार्म हैं। सातवां ट्रेवर्ल्स एंड हॉस्पिटेलिटी है, जिसमें रेड बस, मेक माइ ट्रिप, गोइबो, यात्रा, अगोडा जैसे प्लेटफार्म शामिल हैं। आठवीं श्रेणी कंटेंट मीडिया सर्विस है, जिसमें यूट्यूब, फेसबुक आदि शामिल हैं।