परमहंस योगानंद जन्मस्थली पर स्मृति भवन का शिलान्यास 11 को
Gorakhpur News - गोरखपुर में परमहंस योगानंद की जन्मस्थली पर 1450 वर्ग मीटर में 'श्री परमहंस योगानंद जन्मस्थली स्मृति भवन' का निर्माण इस माह शुरू होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 11 मई को निर्माण कार्य का शिलान्यास...
गोरखपुर। मुख्य संवाददाता परमहंस योगानंद की जन्मस्थली पर 1450 वर्ग मीटर में ‘श्री परमहंस योगानंद जन्मस्थली स्मृति भवन का निर्माण इसी माह शुरू होगा। 11 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराह्न 03.30 बजे निर्माण कार्य का शिलान्यास करेंगे। इस निर्माण पर 27 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च होगी। पुराने भवन को पहले ही ध्वस्त किया जा चुका है। स्मृति भवन की डिजाइन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और योगानंद की संस्था योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया(वाईएसएस) ने पहले ही सहमति दे चुकी है। मुख्यमंत्री के शिलान्यास समारोह के मद्देनजर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर, क्षेत्रीय पर्यटन उप निदेशक रविंद्र कुमार मिश्र , सीएण्डडीएस के अधिकारियों ने निर्माण स्थल का निरीक्षण किया है।
05 जनवरी 1893 को जन्मे थे परमहंस योगानंद योगानंद के पिता भगवती चरण घोष बंगाल तिरहुत रेलवे के कर्मचारी के तौर पर उस वक्त गोरखपुर में तैनात थे। परिवार कोतवाली के बगल की गली में शेख अब्दुल रहीम उर्फ अच्छन बाबू के यहां किराए पर रहता था। इस दौरान ही परमहंस योगानंद का जन्म पांच जनवरी 1893 को हुआ। उनका मूल नाम मुकुंद लाल घोष था, लेकिन योग गुरु के नाम से वह पूरी दुनिया में जाने गए। परमहंस योगानंद के 16 से 17 लाख अनुयायी हैं विदेशी परमहंस योगानंद ने 1917 में योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया(वाईएसएस) की स्थापना की। परमहंस योगानंद के अनुयायी विश्व भर के देशों में 16 से 17 लाख के आसपास अनुयायी हैं। इन अनुयायियों में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के हैं। रांची में उनके अनुयायी आते-जाते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में उनकी जन्मस्थली के सौदर्यीकरण करने की घोषणा की थी।
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