सगाई तय होने के बाद से ही लड़की को दे रहा था धमकी, दरवाजा खटखटाया; खुलते ही चला दी गोली
एक सिरफिरे ने 2 सगी बहनों को गोली मारने के बाद खुद भी जान देने की कोशिश की। वह रिश्ते में लड़कियों का मौसेरा भाई बताया जा रहा है। सिरफिरा मनदीप पूजा की सगाई की तारीख तय होने के बाद से ही धमकी दे रहा था। वह धमकाता था कि शादी नहीं होने देगा।

गोरखपुर के सिविल लाइंस स्थित पीडब्ल्यूडी कॉलोनी में शुक्रवार की दोपहर में एक सिरफिरे ने दो सगी बहनों को गोली मारने के बाद खुद भी जान देने की कोशिश की। वह रिश्ते में लड़कियों का मौसेरा भाई बताया जा रहा है। सिरफिरा मनदीप पूजा की सगाई की तारीख तय होने के बाद से ही धमकी दे रहा था। वह धमकाता था कि शादी नहीं होने देगा। लड़की की दिखाई के बाद सगाई तय होने के दूसरे दिन ही वह सिविल लाइंस स्थित उनके आवास पर चढ़ आया था। रिश्ते का मामला होने के नाते परिवारीजनों ने इसकी शिकायत पुलिस में नहीं की थी। मनदीप के घरवालों ने उन्हें भरोसा दिया था कि दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी, उसे समझा लिया जाएगा। लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया। उसने पूजा के साथ उसकी बहन और खुद को गोली मारकर सनसनीखेज वारदात कर डाली। दोपहर करीब डेढ़ बजे मनदीप पहुंच गया और दरवाजा खटखाने लगा। पूजा की जगह नैंसी ने दरवाजा खोला, उसे देखते ही पिस्टल से गोली मार दी।
रिश्तेदारी की वजह से मनदीप का पूजा के घर आना-जाना था। पूजा पढ़ी-लिखी हैं और वह लोगों से खुल कर बात करती है, उसके स्वभाव को मनदीप ने पसंद समझ लिया था। जब घरवाले पूजा की शादी तलाशने लगे तब मनदीप ने अपनी इच्छा जाहिर की और बताया कि वह पूजा से शादी करना चाहता है। लेकिन पूजा उसे भाई मानती थी, लिहाजा उसने इंकार कर दिया था।
हालांकि मनदीप ने कई बार कोशिश की लेकिन बात जब परिवार के सदस्यों तक पहुंची तब रिश्ते के भाई होने की बात होती। इतना ही नहीं मनदीप कुछ काम भी नहीं करता था। जबकि पूजा ने न सिर्फ एमएससी तक पढ़ाई की थी बल्कि वह एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ती भी है। पूजा की मां ने अपनी बहन के माध्यम से मनदीप की शिकायत उसके परिवारीजनों से की और उसकी हरकतों के बारे में बताया। उसके बाद परिवार ने तय किया कि पूजा की जल्द से शादी कर उससे पीछा छुड़ाया जाए। उन्होंने बेटी की शादी तय कर दी।
एक सप्ताह पहले होटल में पसंद हुआ था रिश्ता
पूजा को लड़के वालों ने एक सप्ताह पहले देख कर पसंद किया था। यह कार्यक्रम शहर के एक होटल से धूमधाम से हुआ, इसी आयोजन में 8 मई को सगाई की तिथि तय की गई थी। कार्यक्रम में सारे रिश्तेदार आए हुए थे। पूजा की मौसी भी आई थी। बेटी की शादी तय कर रही शशिप्रभा ने अपनी बहन से कहा था कि देखना सगाई में कोई बखेड़ा न खड़ा हो। दिखाई का कार्यक्रम तो ठीक-ठाक सम्पन्न हो गया लेकिन सगाई से पहले इतनी बड़ी वारदात से पूरा परिवार सदमे में है।
दिखाई कार्यक्रम के दूसरे दिन ही घर पर आ धमका
लड़की दिखाई कार्यक्रम के दूसरे दिन ही मनदीप घर आ गया और रिश्ता तोड़ने की धमकी देने लगा। उसने धमकी दी थी कि वह पूजा से शादी करेगा, किसी और से उसकी शादी नहीं होने देगा। मनदीप की धमकी के बाद शशिप्रभा ने फिर अपनी बहन और उसके जेठ से बात की। उन्हें उनके बेटे की हरकतों को बारे में बताया। मनदीप के पिता ने कहा कि वह पुलिस में या कहीं और शिकायत न करें, वह अपने बेटे को समझा लेंगे। फिलहाल रिश्तेदारी का मामला था लिहाजा कहीं शिकायत नहीं हुई। इस बीच मनदीप ने कई बार पूजा से बात करने की कोशिश की, लेकिन उसने भी परिवार की मर्जी से ही शादी करने की बात कही। इसके बाद मनदीप ने पूजा की हत्या कर आत्महत्या का फैसला किया।
पूजा को मारने के बाद अपने सीने में मारी गोली
मनदीप ने पिस्टल से चार गोलियां चलाईं। तीन गोलियां दोनों बहनों को मारने के बाद चौथी गोली खुद के सीने में मार ली और पिस्टल वहीं फेंक कर बाहर की तरफ लड़खड़ाते हुए सड़क पर गिर गया। बहनों को गोली लगने के बाद घर में मौजूद तीसरी बहन दिव्या और मां शशिप्रभा उन्हें किसी तरह से जिला अस्पताल लेकर पहुंची। सगाई में उनकी नानी भी आई थीं वह घर पर ही रहीं।
कई वाहन थे, पर अस्पताल ले जाने वाला कोई नहीं
घटना के बाद मोहल्ले के लोगों की असंवेदनशीलता भी देखने को मिली। कई घरों के सामने चार पहिया गाड़ी खड़ी थी लेकिन उन्हें अस्पताल ले जाने वाला कोई नहीं था। खैर बहनों को तो परिवारीजनों ने अस्पताल पहुंचाया। उधर, बाहर सड़क पर गिरे पड़े मनदीप को मौके पर पहुंचे दरोगा अमित चौबे ने पीआरवी की मदद से जिला अस्पताल भेजा, जहां से मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।
पेट में लगी गोली आर-पार सीने में फंसी रह गई
मनदीप की टार्गेट पूजा ही थी लेकिन नैंसी को भी वह इसके लिए जिम्मेदार मानता था। उसके खटखटाने पर दरवाजा नैंसी ने ही खोला। मनदीप उससे भी चिढ़ता था। नैंसी ने मनदीप को देखते हुए दरवाजा बंद करने की कोशिश की लेकिन इतने में ही उसने गोली मार दी। गोली चलने की आवाज सुनकर पूजा आई तो उसे मनदीप ने दो गोलियां मारीं। नैंसी और पूजा के पेट में लगी गोली आर-पार हो गई जबकि पूजा के सीने में गोली फंसी थी।
परीक्षा छोड़कर भागता हुआ पहुंचा अमन
दोपहर में अमन के घर से निकलने के कुछ देर बाद ही यह घटना हुई थी। अमन विश्वविद्यालय में बीए की परीक्षा देने गया था। उसका हिन्दी का पेपर था। परीक्षा दो बजे से चार बजे तक होनी थी। बहनों को गोली मारने की सूचना उसे परीक्षा देने के दौरान ही मिली। वह परीक्षा छोड़कर भागता हुआ घर आया। पुलिस ने अमन से भी इस मामले में बात की है।
दरवाजा खटखटाया खुलते ही चला दी गोली
बताया जा रहा है कि मनदीप बस से आजमगढ़ से गोरखपुर आया। बस से उतरने के बाद पैदल ही पूजा के घर पहुंचा। उसने ऐसे समय पहुंचना निर्धारित किया था जब पूजा घर पर मिल जाए और उसका भाई घर पर न हो। उसे पता था कि पूजा का भाई अमन विश्वविद्यालय से बीए की परीक्षा दे रहा है। वह दो बजे से पहले घर से निकल जाएगा। अमन जैसे ही घर से विश्वविद्यालय के लिए निकला उसके बाद करीब डेढ़ बजे मनदीप पहुंच गया और दरवाजा खटखाने लगा। पूजा की जगह नैंसी ने दरवाजा खोला, उसे देखते ही पिस्टल से गोली मार दी।
घर में मां बेसुध... बाहर तमाशबीन बने रहे पड़ोसी
दो बेटियों को गोली मारने की घटना के बाद से मां शशिप्रभा बेसुध थीं तो भाई भी सूचना मिलते ही परीक्षा छोड़ कर बदहवास घर की ओर भागा। बीए तृतीय वर्ष में हिंदी की परीक्षा दे रहा अमन करीब तीन बजे घर पहुंचा। दोस्तों को पुलिस ने बाहर रोक दिया। अमन अंदर जाकर मां को संभालने लगा। मां बेसुध होकर जमीन पर पड़ी थी। वहीं, आसपास के लोग अपनी छतों से लोगों और पुलिस की आवाजाही देख रहे थे। कुछ युवकों ने बताया कि पढ़ने के साथ ही बहनें पढ़ाती भी हैं और मोहल्ले में फालतू किसी से मतलब नहीं रखती हैं।
घटना के बाद से ही आसपास के लोग सिविल लाइंस के उस घर की गली में मंडराने लगे थे, जहां पर दो बहनों को गोली मारने के बाद युवक ने खुद को गोली मार ली थी। सब घटना की वजह जानना चाहते थे तो पुलिस क्राइम सीन को सुरक्षित करने में जुटी थी। चौकी इंचार्ज गोलघर अवनीश पांडेय, संजीत अपनी टीम के साथ एक ओर परिवार को समझा रहे थे तो दूसरी ओर फॉरेंसिक टीम के आने से पहले तक क्राइम सीन की सुरक्षा में लगे थे। आसपास के लोग सीधे बाहर तो नहीं आए, लेकिन छतों पर नजर आए।
घटनास्थल से पिस्टल और तीन खोखे बरामद
घटनास्थल से पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल पिस्टल बरामद किया। पिस्टल लाइसेंसी है या नहीं, इसकी जांच कराई जा रही है। मौके से पुलिस को तीन खोखे मिले हैं। चूंकि चार गोलियां चली हैं लिहाजा चौथे खोखे की भी तलाश जारी है। पुलिस ने दोनों बहनों और मनदीप के मोबाइल फोन की जांच के लिए जब्त कर लिया है।
कब क्या हुआ
01:30 बजे दोपहर: मनबढ़ ने बहनों को गोली मारने के बाद खुद को गोली मार ली।
01:42 बजे दोपहर: पुलिस कंट्रोल रूप में घटना की जानकारी आई।
01:47 बजे दोपहर: चौकी इंचार्ज अवनीश पांडेय, अमित चौबे, टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।
02:20 बजे दोपहर: बहनों को जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
02:30 बजे दोपहर: फॉरेंसिंक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्र किए।
03:00 बजे दोपहर: गोली से घायल बहनों का भाई अमन दोस्तों के साथ घर पहुंचा।
03:50 बजे शाम: जिलाधिकारी और एसएसपी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की।